सदर अस्पताल में डीएम के निरीक्षण में अनुपस्थित मिले चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी

सारण जिला अधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सोमवार को सदर अस्पताल की ओपीडी सहित सभी वार्डो का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Dec 2020 11:18 PM (IST) Updated:Mon, 14 Dec 2020 11:18 PM (IST)
सदर अस्पताल में डीएम के निरीक्षण में अनुपस्थित मिले चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी
सदर अस्पताल में डीएम के निरीक्षण में अनुपस्थित मिले चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी

छपरा : सारण जिला अधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सोमवार को सदर अस्पताल की ओपीडी सहित सभी वार्डो का निरीक्षण किया। करीब दो घंटे तक जिला अधिकारी के द्वारा सदर अस्पताल के एक-एक वार्ड का निरीक्षण कर दिशा-निर्देश दिया गया। निरीक्षण के क्रम में वह सबसे पहले सदर अस्पताल की ओपीडी पहुंचे, जहां उनके द्वारा अस्पताल की ड्यूटी रजिस्टर को जब्त किया गया। इस दौरान जांच के क्रम में करीब एक दर्जन चिकित्सक एवं कर्मी अनुपस्थित पाए गए हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए उनके द्वारा ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों के एक दिन की हाजिरी काटते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगे जाने का निर्देश दिया गया है। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में साफ सफाई एवं अन्य व्यवस्थाएं पहले से बेहतर हुई है लेकिन अभी भी सुधार की आवश्यकता है। जिसके लिए अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया गया है।

साफ-सफाई एवं मेस की स्थिति देख जताई नाराजगी

डीएम श्री सेन ने निरीक्षण के क्रम में सदर अस्पताल के चप्पे-चप्पे में घूम कर सफाई की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उनके द्वारा स्वास्थ्य समिति से अनुबंधित एजेंसी की जमकर फटकार लगाई। वहीं मरीजों को दिए जाने वाले भोजन का निरीक्षण के लिए वह मेस पहुंचे जहां व्यवस्था देख कर वो काफी नाराज दिखे। जिसके बाद उन्होंने एजेंसी को व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अगर अगले निरीक्षण से पूर्व व्यवस्था में सुधार नहीं होता है तो उनके द्वारा एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। निर्माणाधीन सिटी स्कैन सेंटर का किया निरीक्षण

सदर अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी श्री सेन निर्माणाधीन सिटी स्कैन सेंटर पहुंचे, जहां उनके द्वारा कार्य में तेजी लाने का निर्देश देते हुए शीघ्र सिटी स्कैन सेंटर को चालू किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अन्य जिला अस्पतालों में यह सुविधा चालू कर दी गई है। इसलिए एक महीने के अंदर यहां भी सिटी स्कैन की सुविधा बहाल की जाए। ताकि सिटी स्कैन करवाने के लिए मरीजों को रेफर किये जाने की जरूरत नहीं पड़े।

डिजिटल अल्ट्रासाउंड में मरीजों की कम संख्या देख जताई नाराजगी

निरीक्षण के क्रम में डीएम ने डिजिटल अल्ट्रासाउंड सेंटर का भी निरीक्षण कर वहां मौजूद चिकित्सक के द्वारा जानकारी हासिल की। निरीक्षण के क्रम में यह बात सामने आई कि वहां प्रतिदिन 6 से 10 मरीजों की ही डिजिटल अल्ट्रासाउंड की जा रही है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि डिजिटल अल्ट्रासाउंड किए जाने की संख्या काफी कम है, जबकि अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज पहुंचते हैं। ऐसे में डिजिटल अल्ट्रासाउंड की संख्या भी निश्चित बढ़नी चाहिए। इसके लिए उनके द्वारा ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। एसएनसीयू वार्ड एवं आइसीयू वार्ड में भी भर्ती मिले मरीज

जिलाधिकारी ने सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान एसएनसीयू वार्ड का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्हें जानकारी दी गई कि एसएनसीयू वार्ड में 8 से 10 बच्चे भर्ती हैं। इस दौरान उन्होंने एसएनसीयू वार्ड में मौजूद एएनएम से वार्ड के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इसके बाद वे आइसीयू वार्ड पहुंचे, जहां 2 मरीज भर्ती पाए गए। इस दौरान उन्होंने एक मरीज के परिजनों से उपचार के विषय में बातचीत की। जिसके बाद उन्होंने एसएनसीयू और आइसीयू वार्ड के निरीक्षण पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि आईसीयू में एक और मेडिकल ऑफिसर की नियुक्ति की जाए। इससे कि व्यवस्था में और भी सुधार हो। शिकायत पर पहुंचे आश्रय स्थल

एसएनसीयू वार्ड में भर्ती मरीजों की शिकायत पर जिलाधिकारी ने आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों के स्वजनों के वहां रुकने पर वसूली के विषय में जानकारी प्राप्त की। इस पर केयरटेकर ने बताया कि वहां रुकने वाले किसी व्यक्ति से पैसे की वसूली नहीं की जाती है। इमरजेंसी वार्ड एवं शौचालय का भी लिया जायजा

जिलाधिकारी ने निरीक्षण के क्रम में इमरजेंसी वार्ड एवं वार्ड के कमरों के साथ शौचालय का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इमरजेंसी वार्ड के शौचालय को हमेशा साफ और स्वच्छ रखा जाए। इसके लिए अस्पताल मैनेजर को उन्होंने निर्देश दिया कि वार्ड के शौचालय को हर हाल में साफ और स्वच्छ रखना उनकी जवाबदेही है। प्रतिवर्ष वह वह मेंटेनेंस करवाते रहेंगे।

अधिक वसूली पर दी चेतावनी

अस्पताल के निरीक्षण के दौरान एक मरीज ने जिलाधिकारी से शिकायत किया कि दो रुपये की पर्ची कटवाने के लिए कर्मियों द्वारा पांच रुपये लिए जा रहे हैं। इसके बाद डीएम ने अस्पताल प्रशासन को सख्त निर्देश दिया कि अस्पताल में हर हाल में अवैध वसूली को रोका जाए। उन्होंने कहा कि बात 3 रुपये की नहीं है। तीन रुपए की अवैध वसूली 300 और 3000 भी हो सकती है।

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