डीएम ने रिविलगंज व मांझी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधकों का रोका वेतन
रिविलगंज तथा मांझी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक ल्प्थ् वेतन भुगतान रोकने स्पष्टीकरण एवं विभागीय कार्रवाई शुरू करने का निर्देश जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने मंगलवार को दिया।
जासं, छपरा : रिविलगंज तथा मांझी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक ल्प्थ् वेतन भुगतान रोकने, स्पष्टीकरण एवं विभागीय कार्रवाई शुरू करने का निर्देश जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने मंगलवार को दिया। साथ ही दरियापुर, पानापुर तथा छपरा सदर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा और स्वास्थ्य प्रबंधकों से स्पष्टीकरण पूछने का आदेश दिया । जिलाधिकारी ने समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक यह कार्रवाई की।
डीएम ने कहा कि असंतोषजनक उपलब्धियों वाले पदाधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी स्वास्थ्य से जुड़ी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लक्ष्य शत प्रतिशत हासिल करें ।
पूर्ण टीकाकरण में सुधार का निर्देश
पूर्ण टीकाकरण की समीक्षा में पाया गया कि पूर्व के माह में जहां जिला का औसत 101 प्रतिशत था, वहीं इस बार यह 92 प्रतिशत पर गिर कर आ गया है। इसुआपुर, मांझी, रिविलगंज तथा नगरा में इसकी उपलव्धि उपेक्षाकृत कम पायी गयी। इस पर वहां के बीएचएम से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया।
डीएम ने की सराहना
जिलाधिकारी ने अमनौर, गड़खा और परसा में इसकी उपलब्धि 100 प्रतिशत से अधिक रहने पर प्रशंसा की और निदेश दिया कि किसी भी प्रखंड में यह उपलब्धि 100 प्रतिशत से कम नहीं रहना चाहिए। इससे संबंधित ड्यू लिस्ट को अद्यतन करने का भी निदेश दिया।
एएनसी (एन्टी नेटल केयर) की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिन प्रखंडों का औसत जिला के औसत से कम है वहां के बीएचएम को पूरा करने का निर्देश दिया। एकमा, सदर छपरा, रिविलगंज में औसत कम पायी गयी। जिलाधिकारी के द्वारा एएनसी के चैथा चरण का लक्ष्य 80 प्रतिशत दिया गया। वर्तमान में यह 57 प्रतिशत पाया गया।