शहर में 12 साल में नहीं बन सका डीलक्स शौचालय

सारण। शहर में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है। यहां के भगवान बाजार थाना रोड पर 12 साल में भी सामुदायिक शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है। इसके कारण कई मोहल्ले सिर्फ कागज में ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 11:15 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 11:15 PM (IST)
शहर में 12 साल में नहीं बन सका डीलक्स शौचालय
शहर में 12 साल में नहीं बन सका डीलक्स शौचालय

सारण। शहर में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है। यहां के भगवान बाजार थाना रोड पर 12 साल में भी सामुदायिक शौचालय का निर्माण नहीं हो सका है। इसके कारण कई मोहल्ले सिर्फ कागज में ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) हो गए। यहां आज भी लोग रेलवे लाइव एवं नदी किनारे शौच को ले जाते हैं। भगवान बाजार थाना रोड में सुबह- शाम लोग सड़क के किनारे शौच करते हैं। यहां पर नगर निगम प्रशासन का डीलक्स शौचालय बनाने की प्रस्तावित योजना पेंडिग है। यहां नगर निगम प्रशासन पिछले 12 साल से डीलक्स शौचालय बना रहा है, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है। यहां के स्लम बस्ती में रहने वाले लोग भी शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं होने से कभी नदी किनारे तो कभी रेलवे स्टेशन की पटरियों पर शौच करने को मजबूर है। खुले में शौच के कारण शहर के निचले इलाके खासकर नदी तट व शहरी क्षेत्र के सुनसान इलाके ज्यादा प्रभावित है। घर में शौचालय नहीं होने एवं सामुदायिक शौचालय नहीं बनने के कारण महिलाओं को भी यहां मजबूरी में आना पड़ता है। शहर के दहियांवा, नयी बाजार, रतनपुरा, जान टोला, भगवान बाजार, अजायबगंज आदि निचले इलाकों में खुले में शौच का सिलसिला अभी जारी है। कई मोहल्लों में नहीं है सामुदायिक शौचालय :

नगर निगम के अंतर्गत कुल 45 वार्ड में अभी 30 से भी अधिक वार्ड को ओडीएफ बताया जाता है। वहीं अन्य वार्डों में हर घर शौचालय बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में होने की बात कही जाती है। हालांकि शहर के ऐसे कई मोहल्ले है। जहां सामुदायिक शौचालय नहीं है। इतना ही नहीं, कई वार्डो के पार्षदों ने यह लिखकर दे दिया है कि इनके यहां हर घर में शौचालय का निर्माण नहीं हुआ है। पूरा नहीं हुआ शौचालय का निर्माण:

गुदरी राय चौक स्थित हनुमान मंदिर के पीछे गरीब बस्ती में रहने वाले लोगों के लिए दो मंजिला डिलक्स शौचालय बनाने का काम शुरू हुआ कार्य 12 साल में भी पूरा नहीं हो सका। यहां भवन बनकर तैयार है, लेकिन शौचालय में न तो, गेट लगाया गया है और न ही पानी की सप्लाई ही की गई है। यहां दो मंजिला 25 शौचालय बनना है। इस दिशा में नगर निगम प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। इसके कारण यहां के लोग खुले में शौच करने को मजबूर है।

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