सारण के कैतुका लच्छी गांव में हर रोज मिल रहे कोविड मरीज

करीब 12 हजार की आबादी वाले छोटे परिक्षेत्र के मकेर प्रखंड अंतर्गत कैतुका लच्छी पंचायत में प्रतिदिन दिन मिल रहे कोरोना संक्रमित के कारण अंचल अधिकारी सहदुल हक ने लच्छी कैतुका गांव के विजय सिंह के घर जाने वाली सड़क को घेर कर कंटेनमेंट जोन बना दिया। लेकिन वहां सैनिटाइजेशन नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 09:58 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 09:58 PM (IST)
सारण के कैतुका लच्छी गांव में हर रोज मिल रहे कोविड मरीज
सारण के कैतुका लच्छी गांव में हर रोज मिल रहे कोविड मरीज

सारण। करीब 12 हजार की आबादी वाले छोटे परिक्षेत्र के मकेर प्रखंड अंतर्गत कैतुका लच्छी पंचायत में प्रतिदिन दिन मिल रहे कोरोना संक्रमित के कारण अंचल अधिकारी सहदुल हक ने लच्छी कैतुका गांव के विजय सिंह के घर जाने वाली सड़क को घेर कर कंटेनमेंट जोन बना दिया। लेकिन वहां सैनिटाइजेशन नहीं हुआ।

बताया जाता है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मकेर में प्रतिदिन हो रही जांच में कोई भी दिन ऐसा नहीं है जिस दिन इस गांव में कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला हो। इन सबसे सुखद बात यह है कि अब तक इस गांव के करीब 100 से अधिक लोग पिछले दस दिनों ने पॉजिटिव मिले और अब अधिकांश की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। लेकिन अभी भी लोग अपने घरों ने होम आइसोलेट रहकर प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र मकेर के संपर्क में हैं। मकेर प्रखंड में 207 लोग है होम आइसोलेशन में : प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि मकेर प्रखंड में 14 मई तक कुल 448 कोरोना पॉजिटिव केस थे। जिसमें 241 लोग ठीक हो चुके है। अभी 207 लोग होम आइसोलेशन में हैं। जिनसे लगातार मोबाइल से संपर्क कर हाल जाना जाता है। अभी तक नहीं हुआ पंचायत में सैनिटाइजेशन

मकेर प्रखंड के लच्छी कैतुका पंचायत, जो प्रखंड में कोरोना संक्रमित के मामले में सबसे उपर है, आज तक इस गांव में प्रखंड के कोई अधिकारी का नहीं आना व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। अब तक इस गांव एवं पंचायत में सैनिटाइजेशन का कार्य हो जाना चाहिए। पंचायत के मुखिया सत्येंद्र कुमार सिंह का कहना है कि कोविड संक्रमण के कारण प्रखंड का कोई पदाधिकारी इस गांव में नहीं आ रहे हैं। कई बार गांव को सैनिटाइज कराने का आग्रह करने के बाद भी अभी तक इस पर ध्यान नहीं दिया गया। कैसे हुए गांव के इतने लोग संक्रमित

पंचायत के मुखिया के अलावे कई ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में बाहर रहने वाला एक भी व्यक्ति गांव नहीं आया । फिर भी इतनी संख्या में गांव के लोगों का संक्रमित होना चिता का विषय है। लोग शंका व्यक्त कर रहे हैं कि शादी ब्याह या बाजार हाट में फैली भीड़ के कारण कुछ लोग संक्रमित हुए। इसके बाद चेन ही बन गया। लेकिन अब लोगों के धैर्य का ही परिणाम है कि सौ से अधिक लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। लच्छी गांव के दो सहित प्रखंड के आधा दर्जन से अधिक लोगों की हो चुकी है कोविड से मौत कोरोना संक्रमण से लच्छी कैतुका गांव के दो लोगो की मौत इलाज के क्रम में सदर अस्पताल छपरा में हुई। वहीं भाथा एवं चैनपुर गांव के दो की मौत पटना में, मकेर की एक महिला की मौत मुजफ्फरपुर में, बाघाकोल, नंदन कैतुका, विक्रम कैतुका गांव के एक एक व्यक्ति की मौत होम आइसोलेशन में हो गई। लेकिन इसका कोई डाटा प्रखंड प्रशासन के पास नहीं है।

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