आखिरी बार मां की बेटे से नहीं हो सकी बात

मांझी। मोहम्मदपुर पट्टी गांव निवासी मुखिया सियादेवी का पौत्र और शैलेंद्र उपाध्याय का पुत्र आकाश कुमार देर शाम तक घर नहीं लौटा था तो मां ने फोन से संपर्क किया। मां के पूछने पर उसने अपने ईट भट्ठे पर होने की बात कही। उस समय ईट भट्ठे के बगल में कोई कार्यक्रम चल रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 08:45 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 08:45 PM (IST)
आखिरी बार मां की बेटे से नहीं हो सकी बात
आखिरी बार मां की बेटे से नहीं हो सकी बात

मांझी। मोहम्मदपुर पट्टी गांव निवासी मुखिया सियादेवी का पौत्र और शैलेंद्र उपाध्याय का पुत्र आकाश कुमार देर शाम तक घर नहीं लौटा था तो मां ने फोन से संपर्क किया। मां के पूछने पर उसने अपने ईट भट्ठे पर होने की बात कही। उस समय ईट भट्ठे के बगल में कोई कार्यक्रम चल रहा था। खाना खाने में देरी होता देखकर मां ने कुछ देर के बाद फिर से फोन किया लेकिन, आकाश ने फोन रिसीव नहीं किया।

इस बात की जानकारी मां ने परिवार के अन्य सदस्यों को दी। उसके बाद परिवार के सदस्य आकाश को ढूंढने निकले। सबसे पहले स्कूल पर गये। वहां नहीं मिलने पर पूरी रात ढूंढते- ढूंढते सुबह में चिमनी पर पहुंचे तो देखा कि क तरफ उसकी अपाची बाइक लगी हुई थी। वहां से आगे बढ़े तो घरवालों ने देखा कि वह गिरा पड़ा है और उसके सिर में गोली लगी हुई है। सिर से खून बह रहा है। परिवार के सभी सदस्य स्तब्ध रह गए। आशंका और उम्मीद के साथ परिवार के लोगों ने उसे हिलाकर देखा, लेकिन सबकुछ खत्म हो चुका था। आकाश मर चुका था। इसकी सूचना मांझी थानाध्यक्ष को दी गई। आकाश की गोली मारकर हत्या करने की सूचना आग की तरह फैल गई। आकाश कुमार दो भाइयों में छोटा था। मां सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। मृतक का अंतिम संस्कार ग्यासपुर घाट पर किया गया जिसको मुखाग्नि बड़े भाई अंकित सिंह द्वारा दिया गया। मुखाग्नि के समय मृतक के पिता शैलेंद्र उपाध्याय फफक कर रोने लगे जिसे देख सभी लोगों की आंखें नम हो गई। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

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