अमनौर की दलित बस्तियों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण अधूरा

अमनौर प्रखंड में महती निर्मल परियोजना अधूरी है। यहां की हर पंचायत में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जाता था जो अब तक नहीं हो सका है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 04:14 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 04:14 PM (IST)
अमनौर की दलित बस्तियों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण अधूरा
अमनौर की दलित बस्तियों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण अधूरा

संवाद सूत्र, अमनौर : अमनौर प्रखंड में महती निर्मल परियोजना अधूरी है। यहां की हर पंचायत में दो-दो दलित बस्तियों में लोहिया स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत सामुदायिक शौचालय निर्माण होना था। इस वर्ष के अंत तक सामुदायिक शौचालयों का निर्माण पूरा लिया जाना था, लेकिन अब तक यह योजना अधर में लटकी हुई है। चंद सामुदायिक शौचालय ही बने हैं। कई का निर्माण कहीं अधूरा है तो कहीं काम ही शुरू नहीं हुआ है।

कई निर्मित सामुदायिक शौचालय बनने के बाद केवल इस लिए अनुपयोगी पड़े हुए हैं कि वहां नल का जल या चापाकल की व्यवस्था नहीं हो पायी है। दलित बस्तियों के घरों में प्रर्याप्त जगह नहीं होने के कारण सामुदायिक शौचालय निर्माण का निर्णय लिया गया था। योजना की सरकारी लेट-लतीफी की वजह से बड़ी संख्या में दलित समुदाय के लोग आज भी खुले में शौच करने को विवश हैं। सात पंचायत की दलित बस्तियों में ही सामुदायिक शौचालय

प्रखंड के सात ही ऐसी पंचायत हैं, जहां की दलित बस्तियों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पूरा हो पाया है। इसमें धर्मपुर जाफर पंचायत की दलित बस्ती, बगही, मनोरपुर झखड़ी पंचायत की खासपट्टी के अतिरिक्त शेखपुरा, मदारपुर, रायपुरा पंचायत में एक-एक व अपहर तथा पैगा मित्रसेन पंचायत की दो-दो दलित बस्तियों में सामुदायिक शौचालय सुचारू रूप से चल रहा हैं। अन्य पंचायतों की दलित बस्तियों का हाल बदहाल है। 36 सामुदायिक शौचालयों के निर्माण का था लक्ष्य

प्रखंड की 18 पंचायत की दो-दो दलित बस्तियों में 36 सामुदायिक शौचालय निर्माण का लक्ष्य था। इसमें 15 शौचालय का निर्माण शुरू हुआ। शेष अधर में लटका है। प्रखंड मुख्यालय के अमनौर हरनारायण पंचायत में शौचालय निर्माण कार्य शुरू ही नहीं हुआ है। इसके अलावा हुस्सेपुर पंचायत, रसूलपुर, कोरेया व जोगनी परसा पंचायत में अभी तक निमार्ण कार्य शुरू नहीं हुये हैं। बसंतपुर पंचायत के बसंतपुर बंगला दलित बस्ती में बना सामुदायिक शौचालय नकारा साबित हो रहा है। शौचालय में न दरवाजा है न सीट। इसी तरह अमनौर कल्याण पंचायत के खोड़ी पाकड़ डीह दलित बस्ती व खोड़ी पाकड़ गोविद दलित बस्ती, धरहाहा खुर्द पंचायत, तरवार व ढोरलाही पंचायत सहित कटसी पंचायत में सामुदायिक शौचालय निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। ---------------

प्रखंड की 18 पंचायत के दो-दो दलित बस्तियों में सामुदायिक शौचालय के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें 15 शौचालयों का निर्माण शुरू हुआ है। कुछ पूर्ण हो गये हैं व कुछ निर्माणाधीन हैं। शेष शौचालयों का निर्माण किसी न किसी तकनीकी कारण से बाधित है। कई जगह जमीन का अभाव है तो कई जगह जलजमाव की वजह से कार्य बाधित है।

मनोहर मधूप, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अमनौर। --------------

निर्मल योजना अधूरी :

- सामुदायिक शौचालय कहीं अधूरा तो कहीं अब तक निर्माण ही नहीं हुआ शुरू

- लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत हर पंचायत की दो बस्ती में बनना है शौचालय

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- 18 पंचायत की दो-दो दलित बस्तियों में बनने थे 36 सामुदायिक शौचालय

- 15 सामुदायिक शौचालय का शुरू हुआ निर्माण तो शेष का काम अधर में

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