बटोहिया के रचयिता रघुबीर नारायण की जयंती मनी
सारण। भोजपुरी के चर्चित राष्ट्रगीत बटोहिया के प्रणेता रघुवीर नारायण की जयंती प्रतीक्षा यम
सारण। भोजपुरी के चर्चित राष्ट्रगीत बटोहिया के प्रणेता रघुवीर नारायण की जयंती प्रतीक्षा, यमुनापुरी, छपरा में मनाई गई । बैठक की अध्यक्षता प्रो दीनेन्द्र प्रसाद सिन्हा ने की । विषय का प्रवर्तन करते हुए प्रायानिक के महासचिव तथा भोजपुरी/ हिंदी साहित्य सम्मेलन, सारण के अध्यक्ष ब्रजेंन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि रघुवीर बाबू ने अपने दीक्षा गुरु रूपकलाजी की कविता बटोहिया'' भ्रमत भ्रमत तोहि बीतेहु बहुत दिन, पायो भव पथ श्रम घोर रे बटोहिया '' से प्रेरित एवं डॉ राजेन्द्र प्रसाद, पूर्व राष्ट्रपति से उत्प्रेरित होकर ''बटोहिया ''गीत की रचना 1911 ई, में की थी । क्षेत्रीय भाषाओं में एक मात्र यही कविता अंग्रेजी राज के समय पटना यूनिवर्सिटी पद्य संग्रह पाठ्य पुस्तक में संकलित रही। इस कविता का सस्वर पाठ की सराहना महात्मा गांधी ने 1912 में की थी। आज भी यह अपने भारतीय संस्कृति भौगोलिक ,ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक संरचना की अमूल्य निधि है। इस अवसर पर डॉ लालन पांडेय, अमृत पुत्र, बबन सिह, सूर्य प्रकाश, अजय कुमार, राम व्यास ओझा, विष्णु शंकर ओझा, योगेश्वर शर्मा, प्रिय रंजन सिन्हा, अधिवक्ता, कमलदेव सिंह आदि ने विचार प्रकट किए ।