सारण में खरीफ फसलों की खेती अब तक लक्ष्य के आधी ही पहुंची

मानसून आते ही जिले में मेहरबान रहा और जून-जुलाई में जमकर बारिश हुई है। तीन महीने में औसत से अधिक बारिश हुई है। इससे जिले में धान कि बिचड़े गल गए। किसान परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 03:45 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 03:45 PM (IST)
सारण में खरीफ फसलों की खेती अब तक लक्ष्य के आधी ही पहुंची
सारण में खरीफ फसलों की खेती अब तक लक्ष्य के आधी ही पहुंची

जागरण संवाददाता, छपरा : मानसून आते ही जिले में मेहरबान रहा और जून-जुलाई में जमकर बारिश हुई। तूफानी व मानसून की बारिश को मिलाकर मई में 35.58 मिली मीटर वर्षापात रिकार्ड की गई। जून में 133.50 और जुलाई में अबतक 226.17 मिली मीटर बारिश हो चुकी है। इस तरह पिछले तीन माह में जिले में 395.25 मिलीमीटर बारिश हुई है।

यह बारिश सामान्य औसत से अधिक रही। इसका कुप्रभाव खरीफ फसलों की खेती पर पड़ा है। खरीफ फसलों धान, मक्का व तेलहन-दलहन की खेती जिले में अबतक निर्धारित लक्ष्य के 52.73 प्रतिशत ही हो पायी है। 1,36,090 हेक्टेयर में खेती करने का लक्ष्य रखा गया था। अबतक खरीफ की खेती 71,755 हेक्टेयर में ही हो पायी है। इस तरह खेती-किसानी के लिए अमृत की बूंदे मानी जाने वाली बारिश जिले के खेतिहरों के लिए आफत बन गई है। धान की रोपाई का वक्त अब चला गया है और 48.02 प्रतिशत ही रोपनी हुई है। इसी तरह मक्का और दलहन-तेलहन की खेती का अच्छादन भी अभी लक्ष्य के काफी पीछे है।

आधे से अधिक धान के बिचड़े बारिश के पानी से गले

जिले में आधे से अधिक धान के बिचड़े बारिश के पानी में गल कर बर्बाद हो गए। किसानों ने फिर से बिचड़ा डाला और उसमें भी आधे बर्बाद हो गये। इससे रोपाई में विलंब हुआ और इस विलंब से धान की खेती पर विपरित असर डाला। मक्का व दलहन तेलहन की खेती में जिले के किसान अबतक पिछड़े हुए है। किसानों की माने तो मक्का और दलहन-तेलहन की खेती भी इस साल प्रभावित ही रहेगी।

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सारण में किस फसल का कितना लक्ष्य व अबतक अच्छादन (हेक्टेयर में) फसल - लक्ष्य - अच्छादन- प्रतिशत

धान - 83000 -39860 -48.02

मक्का- 39000- 62250- 67.31

मडुआ -2850 -750- 26.00

अरहर -8850- 4050 -45.76

उड़द -690 -290 -42.03

मूंग -965 -380- 39.38

अन्य दलहन -510- 140- 27.45

तिल -200 -30 -15.00

अंडी -25 -05 -20. 00 ----------------

धान की रोपाई जिले में विलंब से हुई है। हालांकि बिचड़ा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप किसानों द्वारा लगाया गया था। जहां तक धान के बिचड़ा का बारिश से नुकसान का प्रश्न है तो नुकसान हुआ है। अन्य खरीफ फसलों के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने का विभाग भरपूर कोशिश कर रहा है।

-डा. केके वर्मा, जिला कृषि पदाधिकारी, सारण

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बारिश का असर

- धान के आधे बिचड़े बारिश में गल गए, मक्के व दलहन-तेलहन की खेती भी हुई कम

- बाढ़ की आशंका व मूसलाधार बारिश का जिले में खरीफ फसलों की खेती पर पड़ा कुप्रभाव ------------------

01.36 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों के अच्छादन का जिले में लक्ष्य

71.75 हजार हेक्टेयर में ही अबतक हो पायी है जिले में खरीफ की खेती

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