साग-सब्जी की बुवाई के लिए मौसम अनुकूल, कम लागत में होगी अच्छी पैदावार

समस्तीपुर। सब्जियों के लिए अभी मौसम अनुकूल है। सब्जियों की बुवाई के लिए तापमान भी उपयुक्त है। तापमान उपयुक्त होने से सब्जियों का जमाव सही होगा व वृद्धि भी अच्छी होगी। अगस्त में सब्जी की बुवाई के लिए जिले के किसानों ने तैयारी कर ली है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:12 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:12 PM (IST)
साग-सब्जी की बुवाई के लिए मौसम अनुकूल, कम लागत में होगी अच्छी पैदावार
साग-सब्जी की बुवाई के लिए मौसम अनुकूल, कम लागत में होगी अच्छी पैदावार

समस्तीपुर। सब्जियों के लिए अभी मौसम अनुकूल है। सब्जियों की बुवाई के लिए तापमान भी उपयुक्त है। तापमान उपयुक्त होने से सब्जियों का जमाव सही होगा व वृद्धि भी अच्छी होगी। अगस्त में सब्जी की बुवाई के लिए जिले के किसानों ने तैयारी कर ली है। वैसे भी यह माह कई मुख्य सब्जी लगाने के लिए उपयुक्त माना जाता है। बाजार में अच्छे दाम मिल सके, इसलिए अगस्त में कई सब्जियों की बुवाई की जाती है। अगस्त में बुवाई की जाने वाली मुख्य मटर, लौकी, सेम, धनिया, मूली, गाजर आदि है। जबकि, जुलाई में टमाटर, मिर्च, पत्ता गोभी, भिडी, हल्दी, लौकी, करेला व तोरई की बुवाई की जाती है। जिले में इन सभी सब्जियों की खेती पर्याप्त मात्रा में की जाती है। इस तापमान में सब्जी लगाने के बाद तापमान बढ़ने से सब्जियों की वृद्धि अच्छी होगी और उत्पादन बेहतर होगा। बीमारियों के लिए लाभदायक है करेला

करेला कई बीमारियों में लाभदायक माना जाता है। इसलिए इसकी मांग भी बाजार में हमेशा बनी रहती है। लौकी भी मुख्य सब्जियों में एक मानी जाती है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट व खनिज लवण के अलावा पर्याप्त मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं। बीज को लगाने से पहले 24 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखा जाता है। इस मौसम में सब्जियों में भिडी मुख्य सब्जी है। बुवाई के 15-20 दिन बाद पहली निराई-गुड़ाई करना बहुत जरूरी है। मूली व गाजर की रहती है डिमांड

गाजर की खेती करने के इच्छुक किसान इसकी बुवाई कर सकते हैं। गाजर के अलावा किसान अपने खेतों में मूली, पालक की भी खेती कर सकते हैं। इसका सेवन कच्ची अवस्था में सलाद के रूप में किया जाता है। सलाद के रूप में इसे बेहद पसंद किया जाता है। इसका सेवन पानी की कमी को दूर करता है। अगस्त व सितंबर में इसकी बुवाई आसानी से की जाती है। किसान लें ड्रीप सिचाई योजना का लाभ

सहायक निदेशक उद्यान अजय कुमार सिंह ने बताया कि जिले में इस बार तीन सौ हेक्टेयर में सब्जी की खेती का लक्ष्य है। सब्जी के लिए अनुदानित दर पर ड्रीप सिचाई योजना जारी है। किसान उद्यान विभाग से संपर्क कर इसका लाभ ले सकते हैं। सब्जियों की खेती करने के लिए किसानों को अनुदान की भी व्यवस्था है।

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