अपराध पर नियंत्रण पहली प्राथमिकता : आइजी

दभरंगा प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक पंकज दराद शुक्रवार को समस्तीपुर पहुंचे। पुलिस कार्यालय में क्राइम लेखा समेत प्रत्येक शाखा और प्रशाखा के कामकाज का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 11:21 PM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 11:21 PM (IST)
अपराध पर नियंत्रण पहली प्राथमिकता : आइजी
अपराध पर नियंत्रण पहली प्राथमिकता : आइजी

समस्तीपुर। दभरंगा प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक पंकज दराद शुक्रवार को समस्तीपुर पहुंचे। पुलिस कार्यालय में क्राइम, लेखा समेत प्रत्येक शाखा और प्रशाखा के कामकाज का निरीक्षण किया। कांडों के निष्पादन और लंबित मामलों को लेकर पुलिस पदाधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा फाइलों की अद्यतन स्थिति, लंबित कांडों की स्थिति, अपराधियों की धरपकड़, कुर्की, यूडी केस, फाइल रजिस्टर के संधारण, कांडों के अनुसंधान, निष्पादन, बुझारक आदि बिदुओं की पड़ताल की। मेजर हेड घटनाएं हत्या, डकैती, लूट उसका उद्भेदन की स्थिति तथा उद्भेदन के उपरांत लगाए गए साक्ष्य की जानकारी ली। आइजी ने कहा कि कांडों के अनुसंधान एवं थानों में एफआइआर दर्ज करने में देरी को गंभीरता से लिया जाएगा। पुलिस लाइन की पंजी और लेखा-जोखा का अवलोकन किया। कहा कि जो कार्य जिस स्तर से पुलिस कर्मियों का है, वे अपने कार्यों को चुस्त-दुरुस्त रखें। पुलिस अधीक्षक से दर्ज कांड और निष्पादन की स्थिति पर नजर रखने की बात कही। लंबित कांडों को लेकर अनुसंधान करने वाले को गुणवत्तापूर्ण पर्यवेक्षण करने को कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस पदाधिकारी कंटीन्यूटी को फॉलो करें। पुलिसिग में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो दोषी पाएं जाते हैं, उनपर सीधी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बेहतर काम करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित भी किया जाएगा। आइजी ने कहा कि जिले में घटनाएं हुई हैं, उसका उद्भेदन पुलिस ने तत्परता से किया है। पुलिस अधीक्षक और उनकी टीम निष्पादन की दिशा में बेहतर काम कर रही। इससे और बेहतर काम करने की आवश्यकता है। वर्तमान में 23 सौ कांड लंबित हैं। इसके तीन गुणा कांडों का निष्पादन कर आदर्श स्थिति बनाई जा सकती है। कांड के निष्पादन, यूडी कांड के निष्पादन, बुझारक, विभागीय कार्यवाहियों के निष्पादन में फोकस है। पुलिस पदाधिकारियों कांडों के संधारण और निष्पादन में गति लाकर कार्य को और बेहतर बनाने का आश्वासन दिया। इससे पूर्व पुलिस कर्मियों ने समारहणालय परिसर में पुलिस महानिरीक्षक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। मौके पर एसपी विकास वर्मन, मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार, प्रचारी प्रवर उदय कुमार, सदर डीएसपी प्रितिश कुमार, दलसिंहसराय एएसपी कुंदन कुमार, रोसड़ा एएसपी एस. अख्तर, पटोरी एएसपी विजय कुमार, अंचल निरीक्षक चतुर्वेदी सुधीर कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष विक्रम आचार्या, नगर थानाध्यक्ष सीताराम प्रसाद समेत सभी थानाध्यक्ष व पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।

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बेहतर हो शहर की सुरक्षा व्यवस्था आइजी ने कहा कि अपराध पर नकेल कसना पुलिस की पहली प्राथमिकता है। इसलिए सघन वाहन चेकिग और सघन गश्ती करने में कोई कोताही नहीं बरते। साथ ही, सीमावर्ती जिले के एनएच, हाईवे, लिक पथ पर सघन पेट्रोलिग और चेकिग कराने का निर्देश दिया। एसपी, एसडीपीओ और इंस्पेक्टर को निर्देश दिया कि विजुअल पुलिसिग पर ज्यादा जोर हो। शहर के अंदर बेहतर सुरक्षा व्यवस्था हो इसके लिए पुलिस पदाधिकारियों को चुस्त-दुरुस्त रहना चाहिए। शहर के महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर पुलिस कर्मी बिल्कुल दुरुस्त हालत में हथियार के साथ अलर्ट पोजिशन में रहें। वहां, ट्रॉली लगाकर वाहन को धीरे करने की व्यवस्था रखी जाए। जिले के सीमावर्ती क्षेत्र, सेंसेटिव प्लेस तथा नाका चेकिग को इफेक्टिव किया जाए। प्रत्येक थानाध्यक्षों को सुबह में 45 मिनट और शाम में घंटा भर गश्ती के निरीक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस का कामकाज लोगों को दिखना चाहिए। इससे जनमानस में सुरक्षा की भावना बढ़ेंगी। वहीं अपराधियों पर अपराध का भय आएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से बेहतर पुलिसिग होगी।

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