जिले में अभी ऑक्सीजन की कमी नहीं, जरूरत पड़ने पर निजी अस्पतालों को भी बनाया जाएगा कोविड सेंटर

जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने मंगलवार को समाहरणालय सभाकक्ष स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। इस दौरान कोरोना से निपटने को लेकर की गई अब तक की तैयारी और कहां कमी है इस पर चर्चा हुई। पुलिस अधीक्षक मानव जीत सिंह ढिल्लो भी बैठक में मौजूद रहे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:32 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:32 PM (IST)
जिले में अभी ऑक्सीजन की कमी नहीं, जरूरत पड़ने पर निजी अस्पतालों को भी बनाया जाएगा कोविड सेंटर
जिले में अभी ऑक्सीजन की कमी नहीं, जरूरत पड़ने पर निजी अस्पतालों को भी बनाया जाएगा कोविड सेंटर

समस्तीपुर । जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने मंगलवार को समाहरणालय सभाकक्ष स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। इस दौरान कोरोना से निपटने को लेकर की गई अब तक की तैयारी और कहां कमी है, इस पर चर्चा हुई। पुलिस अधीक्षक मानव जीत सिंह ढिल्लो भी बैठक में मौजूद रहे। बैठक में प्रभारी सिविल सर्जन डॉ.सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि जिले में कुल 3864 व्यक्तियों की कोरोना की जांच की गई। जिसमें 246 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। अब तक जिले में कुल 905 एक्टिव केस है। जिले में सभी डीसीएचसी, सीसीसी, एपीएचसी पर चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मियों एवं पारामेडिकल स्टाफ की प्रतिनियुक्ति की जा चुकी है। प्राइवेट अस्पताल संघ के सभी प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि है जिले में कोरोना मरीज के लिए बेडों की संख्या अभी पर्याप्त है। आवश्यकता पड़ने पर निजी अस्पतालों को भी कोरोना वायरस के उपचार के लिए डीसीएचसी बनाया जा सकता है। डीएम ने कहा कि इसके लिए सभी संबंधित संस्थान अपना आवेदन सिविल सर्जन को उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद सिविल सर्जन अस्पतालों का निरीक्षण कर कोविड-19 के उपचार हेतु आवश्यक सभी प्रोटोकॉल की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए गृह विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन कराने के लिए सभी व्यवसायी संघ के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि संध्या 6:00 बजे तक अपने दुकानों को बंद कराना सुनिश्चित करेंगे। समीक्षा के दौरान यह भी बताया गया कि जिले में अभी ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। सभी पुलिस पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में संध्या 6:00 तक दुकानों को बंद कराने के लिए लगातार भ्रमण करने का निर्देश पहले ही दिया जा चुका है। इस बैठक में बैठक में अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता (लोक शिकायत निवारण), प्रभारी सिविल सर्जन, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी ड्रग इंस्पेक्टर, निजी अस्पताल के संचालक, चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधिगण, दवा विक्रेता एवं खाद्यान्न व्यवसायी आदि उपस्थित थे। डीएम ने सदर अस्पताल में बने नए कोविड वार्ड का किया निरीक्षण

दूसरी ओर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने मंगलवार को सदर अस्पताल के महिला वार्ड में बनाए गए नए कोविड वार्ड का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वार्ड 15 बेड पर ऑक्सीजन के साथ सुसज्जित लगा मिला। डीएम ने वार्ड में चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया। साथ ही स्पष्ट किया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएं। मौके पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. सतीश कुमार सिन्हा, प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. हेमंत कुमार सिंह, अस्पताल प्रबंधक विश्वजीत रामानन्द सहित अन्य उपस्थित रहे।

सदर अस्पताल में बनाया गया नया वार्ड

जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीजों को देखते हुए सदर अस्पताल में 15 बेड का कोविड वार्ड शुरू किया गया है। इस वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों को ऑक्सीजन के साथ अन्य सुविधा मिलेगी। सदर अस्पताल में कोविड वार्ड में कम संख्या में बेड होने के कारण मरीजों की परेशानी को लेकर इंतजाम किया गया है। अब सदर अस्पताल में इलाज कराने आने वाले कोरोना के मरीजों का यहीं इलाज किया जायेगा। जिससे मरीजों व उनके परिजनों को काफी सहायता मिलेगी। वहीं सदर अस्पताल में इलाज कराने व वैक्सीन लेने आने वाले लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। जांच के दौरान अगर कोई कोरोना पॉजिटिव मिलता है तो उसकी स्थिति के अनुसार अस्पताल में भर्ती किया जाता है या तो दवा देकर उसको होम आइसोलेशन में भेज दिया जा रहा है।

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