भौतिक सत्यापन किए बिना ही जीवित महिला को बता दिया मृत
समस्तीपुर। मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में जिले के भी पांच मरीजों ने मोतियाबिद का ऑपरेशन कराया था।
समस्तीपुर। मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में जिले के भी पांच मरीजों ने मोतियाबिद का ऑपरेशन कराया था। पांचों मरीजों की वर्तमान स्थिति का आंकलन करने के लिए सिविल सर्जन ने जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताजपुर, समस्तीपुर, हसनपुर एवं सरायरंजन के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया था। कहा था कि इन मरीजों की जांच करें और आवश्यकता हो तो बेहतर इलाज के लिए पटना भेजें। ताजपुर के चिकित्सा पदाधिकारी ने बिना भौतिक सत्यापन किए ही सिविल सर्जन कार्यालय को यह रिपोर्ट भेज दी कि ताजपुर निवासी मो. गफ्फार की पत्नी सालीना खातून की मौत हो गई। हालांकि वो सही सलामत है। वहीं समस्तीपुर समेत अन्य प्रभारियों ने भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट दी। जितवारपुर प्रखंड के जितवारपुर चौथ निवासी मो. हाफीज नजीर के पुत्र मो. सगीर अहमद, हसनपुर प्रखंड के चांदरपुर गांव निवासी गीता देवी और सरायरंजन निवासी भूपेन्द्र कुमार सिंह को बेहतर चिकित्सा के लिए आईजीआईएमएस भेज दिया गया। जबकि हसनपुर थाना क्षेत्र के देवधा गांव निवासी रामवंदन पासवान की पत्नी देवकी देवी ने आंख में किसी तरह की समस्या से इंकार करते हुए पटना आईजीआईएमएस जाकर आंख की जांच कराने से भी मना कर दिया। सालीना के पुत्र मो. गुलाब ने बताया कि ऑपरेशन के बाद से दोनों कंधे में दर्द है। आंख में बहुत परेशानी नहीं है।
वर्जन
जिले के पांच मरीज अपनी नेत्र शल्य चिकित्सा के लिए मुजफ्फरपुर गए थे। वहां हुई घटना के बाद जिले के मरीजों का भौतिक सत्यापन करने और बेहतर चिकित्सा के लिए पटना भेजने का निर्देश संबंधित पीएचसी प्रभारियों को दिया गया था। लेकिन ताजपुर प्रभारी ने उसी नाम की एक अन्य मृत महिला की मौत संबंधी रिपोर्ट भेज दी थी। महिला की अभी तक सही जानकारी नहीं मिल पायी है। उसके वास्तविक पता के लिए मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन से पत्राचार किया गया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
डा. सत्येंद्र कुमार गुप्ता
सिविल सर्जन, समस्तीपुर