टीईटी-एसटीईटी शिक्षकों ने नई सेवा शर्त के विरोध में निकाली पदयात्रा
टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ ने नई सेवा शर्त के विरोध में शनिवार को पदयात्रा की। पदयात्रा पटेल मैदान से निकलकर कचहरी गोलंबर समाहरणालय होते हुए अनुमंडल अधिकारी के प्रांगण स्थित गांधी मूर्ति के पास समाप्त हुआ।
समस्तीपुर । टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ ने नई सेवा शर्त के विरोध में शनिवार को पदयात्रा की। पदयात्रा पटेल मैदान से निकलकर कचहरी, गोलंबर, समाहरणालय होते हुए अनुमंडल अधिकारी के प्रांगण स्थित गांधी मूर्ति के पास समाप्त हुआ। नेतृत्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार साहू और जिला महासचिव जयप्रकाश भगत ने संयुक्त रूप से किया। पदयात्रा में शिक्षक तिरंगा हाथ में लेकर विरोध जता रहे थे। सभी सहायक शिक्षक राज्यकर्मी का दर्जा देने, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायिक सुझाव को लागू करने, टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की हकमारी बंद करने, धोखा और वंचना का जवाब देंगे, बदला लो बदल डालो आदि नारेबाजी की। टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार साहू ने कहा कि वेतन और शोषण प्रद शर्तों पर शिक्षकों के नियोजन प्रक्रिया को समाप्त करने और उसकी जगह समुचित सरकार के द्वारा केंद्रीकृत नियुक्ति के लिए शिक्षक लगातार आंदोलनरत रहे हैं। बिहार सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायिक सुझावों को ताक पर रखते हुए शिक्षकों को बंधुआ बनाए रखने की साजिश के तहत टीईटी-एसटीईटी शिक्षकों को उनके वाजिब सेवा शर्त से वंचित किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए ईपीएफ संशोधन कानून के आलोक में मूल वेतन पर ईपीएफ कटौती के बजाए मिनिमम वेज पर ईपीएफ की कटौती करते हुए शिक्षकों का शोषण किया हैं। अनुकंपा के नाम पर आश्रितों के लिए अनुसेवी और विद्यालय सहायक जैसे मानदेय पद गढ़े गये हैं जिनसे एक परिवार का गुजारा संभव नही है। मौके पर विरदेलाल यादव, धर्मवीर कुमार, पवन कुमार शर्मा, पंकज वर्मा, इमदाद अली, अस्मित झा, नीरज रंजन, प्रशांत प्रियदर्शनी, संजीव कुमार, निकिता कुमारी, फातिमा अंजुम, केशव कुमार, विकास विशाल, अजीत कुमार, मिथलेश कुमार, संतोष कुमार आदि उपस्थित रहे।