सामाजिकता व मानवता की सबसे मजबूत धूरी शिक्षा

शिक्षा मानव जीवन का वह बहुमूल्य रत्न है जिसे ग्रहण करके सबल समाज एवं मानवता में निखार लाना संभव हो जाता है। शिक्षा के बगैर जीवन बोझिल और अंधकारमय लगता है। शिक्षित समाज विकास की पहली कड़ी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 11:51 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 11:51 PM (IST)
सामाजिकता व मानवता की सबसे मजबूत धूरी शिक्षा
सामाजिकता व मानवता की सबसे मजबूत धूरी शिक्षा

समस्तीपुर । शिक्षा मानव जीवन का वह बहुमूल्य रत्न है, जिसे ग्रहण करके सबल समाज एवं मानवता में निखार लाना संभव हो जाता है। शिक्षा के बगैर जीवन बोझिल और अंधकारमय लगता है। शिक्षित समाज विकास की पहली कड़ी है। किसी प्रांत, देश या नगर के विकास का पैमाना शिक्षा से ही आकलन किया जाता है। इसलिए शिक्षण कार्य में लगे शिक्षक तथा छात्र असली सम्मान के हकदार हैं। इन्हें सम्मान करना समाजसेवियों का दायित्व बनता है। यह बात उजियारपुर प्रखंड की मालती पंचायत स्थित बुद्धा आइटीआइ कॉलेज परिसर में आयोजित छात्र-शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए आईटीआई संघ के जिलाध्यक्ष सह भाजपा नेता अमित अभिषेक ने लोगों से कही। भाजपा नेता ने समारोह में गांव के जय किशोर सिंह के पुत्र बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2020 में राज्य टॉपर हुए दुर्गेश कुमार एवं अन्य मेधावी छात्रों को डायरी और कलम देकर सम्मानित कर उनका हौसला बढाया। समारोह की अध्यक्षता पूर्व मुखिया राजेंद्र प्रसाद सिंह ने की। जबकि मंच संचालन प्रो सत्संग भारद्वाज ने किया। अतिथियों का स्वागत बुद्धा आईटीआई के निदेशक गौरव कुमार ने किया। इस अवसर पर मानवता की स्थापना में शिक्षा की भूमिका पर वक्ताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। मौके पर संयोजक विश्वनाथ प्रसाद, पूर्व सरपंच सुनील कुमार सिंह, सरपंच सियाशरण पासवान, उप सरपंच ललितेश्वर प्रसाद ललन, सेवानिवृत्त शिक्षक रामवरण पासवान, कृष्णदेव साह, राम सज्जन सिन्हा, पंकज कुमार, प्रिस कुमार, जितेंद्र कुमार झा सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।

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