.. ताकि एक भी बिना मास्क के यात्री प्लेटफॉर्म पर प्रवेश न करने पाए

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्थानीय जंक्शन पर जारी आरपीएफ की सघन कवायदों के बीच वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त ने भी वहां की व्यवस्था की पड़ताल की। कमांडेंट अंशुमन त्रिपाठी ने सोमवार को स्टेशन पर स्थापित कोरोना जांच केंद्र एवं कैश गार्ड का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:38 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:38 PM (IST)
.. ताकि एक भी बिना मास्क के यात्री प्लेटफॉर्म पर प्रवेश न करने पाए
.. ताकि एक भी बिना मास्क के यात्री प्लेटफॉर्म पर प्रवेश न करने पाए

समस्तीपुर । कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्थानीय जंक्शन पर जारी आरपीएफ की सघन कवायदों के बीच वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त ने भी वहां की व्यवस्था की पड़ताल की। कमांडेंट अंशुमन त्रिपाठी ने सोमवार को स्टेशन पर स्थापित कोरोना जांच केंद्र एवं कैश गार्ड का निरीक्षण किया। स्टेशन पर लाइन लगाकर यात्रियों की जांच कराई जा रही थी। वहीं आरपीएफ पोस्ट पर जवानों के लिए कोरोना से बचाव के लिए भांप लेने वाली स्टीम मशीन का भी अवलोकन किया। कमांडेंट ने सभी कर्मियों को निर्धारित अवधि में भांप लेने का निर्देश दिया। बता दें कि कोरोना के प्रसार को देखते हुए आरपीएफ काफी सख्ती बरत रही है। आरपीएफ इंस्पेक्टर आलम अंसारी के नेतृत्व में ट्रेनों और स्टेशन पर सघन चेकिग अभियान चलाया जा रहा है। बगैर मास्क के मिले रेल यात्री समेत सभी अधिकृत और अनाधिकृत व्यक्तियो से सख्ती बरती जा रही है। मास्क पहनने के बाद ही उन्हें आगे जाने की अनुमति दी जा रही है। कहा कि बगैर मास्क के घूमते कोई मिला तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। कोरोना के दूसरी लहर को खतरनाक बताते हुए उन्होंने यात्रियों व कर्मियों से सतर्कता बरतने और मास्क का उपयोग करने का अनुरोध किया। स्थानीय स्टेशन पर हो रही कोरोना जांच सोमवार को भी आरपीएफ कर्मियों की मौजूदगी में स्टेशन पर स्वास्थ्यकर्मियों ने यात्रियों की कोरोना जांच की। ट्रेनों से उतरे यात्रियों की बारी-बारी से कोरोना जांच की। किसी यात्री में कोरोना के प्रारंभिक लक्षण तो नहीं है, उसे परखा।

मौर्य एक्सप्रेस से मिली बच्ची, चाइल्ड लाइन के हवाले

समस्तीपुर : ट्रेन संख्या 05028 डाउन मौर्य एक्सप्रेस के यात्रियों की सूचना पर एक नाबालिग लड़की को आरपीएफ ने बरामद किया। आरपीएफ के उनि राजीव रतन प्रताप सिंह, प्रशिक्षु उनि सचिन कुमार ने अन्य स्टाफ के साथ उससे पूछताछ की। लड़की ने अपनी पहचान छपरा जिला निवासी परशुराम महतो की दस वर्षीय पुत्री संतोषी के रूप में बताई, लेकिन वह कोई मोबाइल नंबर नहीं बता पाई। उसे आरपीएफ पोस्ट पर लाया गया। कोई संपर्क नंबर नहीं बताने के कारण उक्त बच्ची की सुरक्षा-संरक्षा एवं देख-रेख के लिए चाइल्ड लाइन को सिपुर्द कर दिया गया।

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