रोसड़ा में दूसरे नंबर पर रहे सफाईकर्मी को लगा पहला टीका

कोविड-19 महामारी से सुरक्षा के लिए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान का रोसड़ा में एसडीओ ने फीता काटकर शुभारंभ किया। अनुमंडलीय अस्पताल परिसर स्थित वैक्सीन सेंटर पर शुभारंभ होते ही विभाग द्वारा जारी सूची के अनुरूप टीका लगाने का कार्य प्रारंभ हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 11:31 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 11:31 PM (IST)
रोसड़ा में दूसरे नंबर पर रहे सफाईकर्मी को लगा पहला टीका
रोसड़ा में दूसरे नंबर पर रहे सफाईकर्मी को लगा पहला टीका

समस्तीपुर । कोविड-19 महामारी से सुरक्षा के लिए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान का रोसड़ा में एसडीओ ने फीता काटकर शुभारंभ किया। अनुमंडलीय अस्पताल परिसर स्थित वैक्सीन सेंटर पर शुभारंभ होते ही विभाग द्वारा जारी सूची के अनुरूप टीका लगाने का कार्य प्रारंभ हो गया। पहला टीका सफाई कर्मी सुनील कुमार पासवान को तो दूसरा वरुण मल्लिक को दिया गया। हालांकि सूची में वरुण मलिक का नाम ही एक नंबर पर दर्ज था। लेकिन सत्यापन के बाद ऑनलाइन सिस्टम पर आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर उपलब्ध नहीं कराने के कारण दूसरे नंबर पर रहे सुनील कुमार पासवान को ही पहला टीका लगाया गया। एसडीओ ब्रजेश कुमार ने दोनों सफाई कर्मी को माला पहनाकर हौसला आफजाई की। इस दौरान बीडीओ अनुरंजन कुमार, अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक राणा विश्व विजय प्रताप सिंह, जिला से प्रतिनियुक्त नोडल पदाधिकारी डॉ ज्ञानेंद्र कुमार, डॉ अनिल कुमार, डॉ प्रशांत कुमार, डॉक्टर देवानंद, डॉ अजय कुमार कुंवर, डॉ फैयाज अहमद तथा रोसड़ा एवं सिधिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी क्रमश: डॉ उपेंद्र राम एवं डॉक्टर मुस्लिम अंसारी के अलावा अस्पताल प्रबंधक चंदन कुमार समेत कई कर्मी मौजूद थे। वही वैक्सीन कक्ष में सभी प्रशिक्षित एएनएम और जीएनएम कुमारी रिकी, संगीता कुमारी, पूनम कुमारी, शिव कुमारी एवं फूल कुमारी तैनात थी। दुल्हन की तरह सजधज कर तैयार अस्पताल परिसर स्थित नर्सिंग हॉस्टल मे बना टीकाकरण केंद्र पर शनिवार की सुबह से ही काफी चहल-पहल थी। केंद्र के चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया था। पुलिस पदाधिकारी के साथ बल की भी प्रतिनियुक्ति की गई थी। इस बीच प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रव्यापी इस अभियान का शुरुआत करते ही रोसड़ा स्थित टीकाकरण केंद्र पर भी टीकाकरण का शुभारंभ हुआ। एक साथ 10 लोगों का सत्यापन होने के बाद बारी बारी से टीका देने का कार्य किया जा रहा था। टीका के पश्चात सभी को ऑब्जरवेशन रूम में 30 से 40 मिनट तक रखने के पश्चात ही मुक्त किया जा रहा था। समाचार प्रेषण तक टीका लेने वाला किसी भी कर्मी को किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं हुई है।

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