आरपीएफ जवान ऊंचे मनोबल के साथ करें डयूटी, ताकि यात्री खुद को महसूस करें सुरक्षित
आरपीएफ स्थापना दिवस के अवसर पर रेलवे बैरक प्रांगण में शनिवार की संध्या सुरक्षा सम्मेलन और योग कार्यक्रम हुआ। इसमें आरपीएफ अधिकारियों व जवानों को योग कराया गया। इसमें आरपीएफ पोस्ट के सुरक्षा कर्मी एवं मंडल रिजर्व कंपनी के जवान भी शामिल रहे।
समस्तीपुर । आरपीएफ स्थापना दिवस के अवसर पर रेलवे बैरक प्रांगण में शनिवार की संध्या सुरक्षा सम्मेलन और योग कार्यक्रम हुआ। इसमें आरपीएफ अधिकारियों व जवानों को योग कराया गया। इसमें आरपीएफ पोस्ट के सुरक्षा कर्मी एवं मंडल रिजर्व कंपनी के जवान भी शामिल रहे। कमांडेंट ने सभी जवानों से बारी-बारी से उनकी व्यक्तिगत समस्याओं को सुना और समाधान का आश्वासन दिया। अध्यक्षता मंडल सुरक्षा आयुक्त एके लाल ने की। कमांडेंट ने कहा कि आरपीएफ जवानों को ऊंचे मनोबल के साथ ड्यूटी करने की जरूरत है। रेलवे संपत्ति की सुरक्षा के साथ यात्रियों की सहायता करना ही हमारी पहचान है। हर जवान को पूरी निष्ठा के साथ कर्तव्य पालन करने की आवश्यकता है। यात्री आरपीएफ के जवानों को देख कर सुरक्षित महसूस करें, यही आरपीएफ की पहचान होनी चाहिए। मौके पर सहायक मंडल सुरक्षा आयुक्त सोमेन मल्लिक, इंस्पेक्टर आलम अंसारी, एमपी दूबे, सब इंस्पेक्टर एमएम रहमान, निशा कुमारी, बीरेंद्र द्विवेदी, आरपी सिंह, निरंजन सिन्हा, सहायक सब इंस्पेक्टर आरएन मौर्या, सुदामा यादव, प्रधान आरक्षी अशोक कुमार, अली हसन, अजय कुमार, बीरेंद्र चौधरी, नंद किशोर सिंह, जेपी सिंह, आरक्षी दीपक कुमार, सर्वेश कुमार, राजेश कुमार सिंह, रौशन मिश्रा, रजनीश कुमार, बीरेंद्र कुमार, निखिल कुमार, रामचरित्र, सत्येंद्र, रणवीर कुमार, नीतीश कुमार, समीर कुमार, विनय कुमार, जितेंद्र कुमार, विकास कुमार, ममता कुमारी, मंदाकनी साहू, ज्योति कुमारी आदि उपस्थित रहे। यात्रियों के बीच हेल्प लाइन संख्या 139 का प्रचार प्रसार करने का निर्देश :
ट्रेन में ड्यूटी के दौरान संदिग्ध यात्रियों की गतिविधियों पर भी निगरानी करें। किसी भी संदिग्ध यात्री के मिलने पर उसकी जांच पड़ताल करें। जरूरत पड़ने पर आने वाले स्टेशन को इसकी सूचना दें, ताकि अधिकारी भी उसकी जांच पड़ताल कर सकें। कमांडेंट ने कहा कि ट्रेन के वैक्यूम वाले स्थानों एवं ट्रेनों को चिह्नित कर उसके विरुद्ध कार्रवाई करें। साथ ही यात्रियों के बीच हेल्प लाइन संख्या 139 का प्रचार प्रसार करें और यात्रियों को यह विश्वास दिलाएं कि आरपीएफ उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर हैं। कमांडेंट ने ट्रेनों में यात्रा के दौरान जवानों को यात्रियों के साथ विनम्र व्यवहार करते हुए उनकी समस्या को विनम्रतापूर्वक सुलझाने का निर्देश दिया।