कहीं निजी गार्ड तो कहीं होमगार्ड जवानों के भरोसे बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था

समस्तीपुर। आये दिनों बैंक में चोरी व डकैती की घटनाओं के बाद भी स्थानीय प्रशासन और बैंकों

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 10:54 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:54 PM (IST)
कहीं निजी गार्ड तो कहीं होमगार्ड जवानों के भरोसे बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था
कहीं निजी गार्ड तो कहीं होमगार्ड जवानों के भरोसे बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था

समस्तीपुर। आये दिनों बैंक में चोरी व डकैती की घटनाओं के बाद भी स्थानीय प्रशासन और बैंकों के द्वारा कोई सबक नहीं लिया जा रहा है। न तो बैंकों की सुरक्षा बढ़ी है और न ही बैंक में कोई सजगता दिख रही है। बेरोक-टोक लोग बैंक में प्रवेश कर रहे हैं। बैंकों की सुरक्षा की क्या स्थिति है, इसकी पड़ताल दैनिक जागरण की टीम ने पूरे शहर में की। पड़ताल के दौरान जो तथ्य सामने आए उससे यह तय है कि बैंकों की सुरक्षा के प्रति न तो बैक का प्रबंधन गंभीर हैं और न ही प्रशासन। ढेर सारे ऐसे बैंकों की शाखा दिखे जिसकी सुरक्षा के लिए कोई नहीं है। यानि उन बैंकों की सुरक्षा भगवान भरोसे हो रही है। कई बैंकों की सुरक्षा का जिम्मा ग्रामीण चौकीदारों को दिया गया है तो कहीं होमगार्ड के जवानों ने इसकी कमान संभाल रखी है। कुछ जगहों पर सेवानिवृत सैनिकों एवं निजी सुरक्षा एजेंसियों को बैकों की सुरक्षा की जिम्मेवारी सौंपी गई है। ऐसे में सुरक्षा की अनदेखी किस प्रकार की जाती है, इसको आसानी से समझा जा सकता है। बता दें कि बीते सात माह के अंतराल में सदर अनुमंडल क्षेत्र के तीन अलग अलग बैंकों में लूट की घटनाएं हो चुकी है। इसके बाद पुलिस प्रशासन की ओर से बैंकों में निगरानी बढ़ा दी गई है। लेकिन, बैंक प्रबंधन के द्वारा सुरक्षा पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शहर के सभी मुख्य बैंक शाखाओं में सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। वहीं ग्रामीण इलाके में चौकीदार या होमगार्ड के हवाले सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। एटीएम में भी नहीं दिख रही सुरक्षा

जिले में करीब 266 बैंक शाखाएं हैं और विभिन्न बैंकों के सात सौ से अधिक से एटीएम बूथ हैं। सिर्फ समस्तीपुर शहर में ही दो दर्जन से अधिक बैंक शाखाएं और 40 से अधिक एटीएम हैं। लेकिन हैरानी की बात है कि 35 एटीएम बिना सुरक्षा गार्ड के ही चल रहे हैं। ऐसे में एटीएम में लाखों रुपये की सुरक्षा भगवान भरोसे ही हो रहा है। न तो बैंक प्रबंधन, न एटीएम लगाने वाली एजेंसी ( एजीएस ) और न ही कैश रीफिलिग करने वाली एजेंसी ( सीएनएफ ) ही इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। कैश लूट की हो चुकी है कई बड़ी घटनाएं :

- वर्ष 2018 : 4 जनवरी को गोला रोड स्थित यूको बैंक से 49 लाख रुपये लूट लिया।

- वर्ष 2018 : 30 को शहर के ताजपुर रोड में एलआईसी के सामने अपराधियों ने कैश वैन के गार्ड को गोली मारकर 52 लाख 74 हजार रुपये लूट लिया।

- वर्ष 2020: 17 मुफस्सिल थाना के विशनपुर स्थित ग्रामीण बैंक की शाखा से 1 लाख 92 हजार लूट लिया।

- वर्ष 2020 : 30 दिसंबर को सरायरंजन थाना क्षेत्र स्थित बंधन बैंक से 34 हजार रुपये लूट लिया।

- वर्ष 2021 : 4 मार्च को मुफस्सिल थाना के जितवारपुर चांदनी चौक के निकट स्टेट बैंक की शाखा से 5 लाख 29 हजार लूट लिय।

- वर्ष 2021 : 29 अप्रैल को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के विक्रमपुर बांदे चौक स्थित केनरा बैंक की शाखा से 1 लाख 80 हजार लूट लिया।

- वर्ष 2021 : 19 मई ताजपुर थाना क्षेत्र के कोल्ड स्टोरेज चौक स्थित स्टेट बैंक की शाखा से 7 लाख 89 हजार रुपये लूट लिया। वर्जन

शहर में बैंक शाखाओं में निगरानी बढ़ा दी गई है। बैंक आवर में गश्ती दल को लगाया गया है। इसके अलावे पुलिस पदाधिकारी स्वयं जाकर बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच करते हैं। बैंक अलार्म, सीसीटीवी कैमरा आदि एहतियाती सुरक्षात्मक प्रबंधों की जांच की जाती है।

अरुण राय, नगर थानाध्यक्ष

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