सूबे में तीस साल से लॉकडाउन का दंश झेल रही जनता: यशवंत सिन्हा
समस्तीपुर। कोरोना महामारी के कारण जहां देश में तीन माह के लॉकडाउन की स्थिति रही। व
समस्तीपुर। कोरोना महामारी के कारण जहां देश में तीन माह के लॉकडाउन की स्थिति रही। वहीं बिहार की जनता पिछले तीस साल से लॉकडाउन की समस्या झेलने को मजबूर है। राज्य में कल कारखाने बंद पड़े हैं। अपराध चरम पर है। उक्त बातें यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलाइंस के राष्ट्रीय संयोजक सह पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कही। वे बुधवार को शहर के मोहनपुर रुदौली में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश में तीन माह लॉकडाउन रहा। इसके कारण देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर में लगभग 23.09 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है। देश की पूरी अर्थव्यवस्था का एक चौथाई भाग घट गया। कई उद्योग धंधे और कल कारखाने बंद हो गए। इससे काफी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए। जो नौकरी पेशा में हैं, उनके वेतन में कटौती की गई। वहीं बिहार में पिछले तीस साल से लॉकडाउन की स्थिति है। सभी कल कारखाने बंद पड़े हैं। एक भी उद्योग धंधे को चालू नहीं किया गया है। इसके कारण लोग रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं। पढ़े लिखे युवाओं को भी नौकरी नहीं मिल पाती। इसके कारण अपराध की ओर उन्मुक्त हो जाते हैं। सरकार के पास कोई लक्ष्य नहीं है। बिहार में बदलाव की जरूरत है। आगामी विधानसभा चुनाव में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलाइंस सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी। मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि, देवेंद्र यादव, पूर्व सांसद डा. अरूण कुमार, पूर्व मंत्री डा. रेणु कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष बलिराम शर्मा आदि मौजूद रहे।