आंधी-पानी से बिजली आपूर्ति बाधित, जनजीवन प्रभावित

तेज हवा के साथ बारिश की वजह से संपूर्ण विभूतिपुर प्रखंड क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था प्रभावित हो गई। करीब 6 घंटे बाद भी बिजली की आपूर्ति नहीं होने से नल-जल योजना से पेयजल लोगों को नहीं मिल सका।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 01:12 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 01:12 AM (IST)
आंधी-पानी से बिजली आपूर्ति बाधित, जनजीवन प्रभावित
आंधी-पानी से बिजली आपूर्ति बाधित, जनजीवन प्रभावित

समस्तीपुर । तेज हवा के साथ बारिश की वजह से संपूर्ण विभूतिपुर प्रखंड क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था प्रभावित हो गई। करीब 6 घंटे बाद भी बिजली की आपूर्ति नहीं होने से नल-जल योजना से पेयजल लोगों को नहीं मिल सका। विद्युत कंपनी के कनीय अभियंता हरिशंकर सहनी ने बताया कि दलसिंहसराय से आने वाली लाइन में आंधी के कारण खराबी आ गई है। जिसे दुरूस्त करवाने का निरंतर प्रयास जारी है।

सरायरंजन में आंधी व बारिश से व्यापक क्षति

सरायरंजन: प्रखंड क्षेत्र में बुधवार की दोपहर बेमौसम की आयी भारी आंधी व बारिश से व्यापक क्षति हुई है। प्रखंड क्षेत्र में जहां दर्जनों घर धराशायी हुए हैं, वहीं विद्युत तारों, विद्युत खंभों एवं पेड़ों के भी टूटने और गिरने की ही खबरें मिली हैं। प्रखंड के बाजितपुर मेयारी पंचायत में आंधी और बारिश का सर्वाधिक असर देखा गया।

बारिश के बाद छह घंटे तक बिजली गुल

मोरवा: प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को सुबह की बारिश के साथ ही छह घंटे से अधिक समय तक बिजली गायब हो गई। आज सुबह से ही तेज हवा और बादल की गरज के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश के कारण खेतों में लगी फसल को लाभ जरूर हुआ। लेकिन तेज हवा और बारिश के कारण बिजली की लाइन कट गई। तेज हवा व बारिश के कारण फसलों को हुआ नुकसान

वारिसनगर : प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को आयी तेज हवा व बारिश के कारण किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। सभी अपनी किस्मत का रोना रो रहे हैं। वहीं आंधी के साथ हुई बारिश के कारण छह घंटे में मात्र आधा घंटा रुक-रुककर लोगों को बिजली मिल पाई है। दोपहर में हीं मानो रात का नजारा देखने को लोगों को मिला। तेज आंधी से आम व लीची के पेड़ में लगे प्राय: टिकोले झड़ गए। वहीं लहलहाती सब्जी, मकई के भी सारे पौधे धराशायी हो गई। प्रखंड के छतनेश्वर, सतमलपुर, माधोपुर, रोहुआ, चन्दौली आदि जगहों के किसानों का कहना था कि बड़ी मेहनत से सब्जी की खेती की थी। मगर तेज आंधी ने अरमान पर पानी फेर दिया। खेत मे लगे करेला, खीरा, परवल, नेनुआ आदि बर्बाद हो गया। किसानों का बताना था कि पिछले वर्ष लॉकडाउन के कारण पूंजी भी नही निकला था। इस वर्ष कर्ज लेकर पूरी मेहनत से फसल लगाया था, सोचा था कि पिछले साल का हिसाब बराबर हो जाएगा । परंतु, इधर एक पखवारे का लॉकडाउन व लगातार आंधी-तूफान के बाद सभी किस्मत व भगवान को कोसने पर मजबूर हो गए हैं ।

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