अपने गुरुओं को सम्मानित कर लोगों ने लिया आशीर्वाद

कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गुरु आश्रमों में शनिवार को गुरु की पूजा अर्चना की गई। कालाजार परिसर के निकट मंदिर में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. पीके झा कहा कि गुरु-शिष्य परंपरा पर केन्द्रित इस प्राचीन महोत्सव को हम सभी प्रतिवर्ष आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाते आ रहे हैं। आज भी हम सभी अपने गुरु के प्रति श्रद्धावनत होते हैं और उन्हें सम्मानित करते हैं। गुरु की पूजा अर्चना कर उनसे आर्शीवाद ग्रहण करते हैं। उन्होंने कहा कि बिना गुरु के ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 12:10 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 12:10 AM (IST)
अपने गुरुओं को सम्मानित कर लोगों ने लिया आशीर्वाद
अपने गुरुओं को सम्मानित कर लोगों ने लिया आशीर्वाद

समस्तीपुर । कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गुरु आश्रमों में शनिवार को गुरु की पूजा अर्चना की गई। कालाजार परिसर के निकट मंदिर में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. पीके झा कहा कि गुरु-शिष्य परंपरा पर केन्द्रित इस प्राचीन महोत्सव को हम सभी प्रतिवर्ष आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाते आ रहे हैं। आज भी हम सभी अपने गुरु के प्रति श्रद्धावनत होते हैं और उन्हें सम्मानित करते हैं। गुरु की पूजा अर्चना कर उनसे आर्शीवाद ग्रहण करते हैं। उन्होंने कहा कि बिना गुरु के ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकते हैं। मनुष्य को यदि मानवजीवन रुपी से भवसागर से पार करते हुए मोक्ष प्राप्त करना है तो उन्हें सच्चे गुरु के पास जाना ही होगा। उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर ही हम परमपिता परमात्मा का आर्शीवाद प्राप्त कर सकते हैं। 24 घंटे के महा अष्टयाम के बाद फलाहारी बाबा कमलाकांत शरण दास को शिष्यों ने पूजा अर्चना कर चरणवंदना की। मुजफ्फरपुर जिले के तेपरी गांव के राम ठाकुर, दरभंगा के गंगा यादव, स्थानीय संजीव शर्मा, अनिल ठाकुर, सागर सदन, निरंजन सदन, शिव शंकर ठाकुर, रानी देवी, पूनम देवी, तीरा के राम बालक चौधरी, शिव शंकर ठाकुर, जय देव प्रसाद आदि इसमें शामिल रहे। इस अवसर पर भंडारा का भी आयोजन किया गया। दूसरी और सोमनाहा ओझा टोली के क्रिया योग आश्रम में अमरेश झा शास्त्री ने गांव के ही गुरु सूरज बाबा आश्रम में दर्जनों शिष्यों के साथ अपने गुरु की पूजा अर्चना की। मुक्तापुर के केशोपट्टी में चंदन बाबा आश्रम में दूरदराज से आए शिष्यों ने पूजा अर्चना कर गुरु का आर्शीवाद प्राप्त किया।

हसनुर में भी मनाया गया उत्सव

हसनपुर,संस : गुरु पूर्णिमा का पर्व शनिवार को श्रद्धापूर्वक और उत्साह के साथ मनाया गया। शहर के मंदिरों व धार्मिक केंद्रों में गुरुओं का पूजन किया गया। साथ ही गुरु के महत्व पर प्रकाश डालते हुए माता-पिता का सम्मान करने की सीख दी गई।मरांची उजागर मल्हीपुर गांव स्थित महर्षि मेंही दास सतसंग भवन परिसर में संस्थापक रूदल बाबा की अध्यक्षता में गुरु पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रूदल बाबा ने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा भारतीय संस्कृति और धर्म के मूल में है। हमें अपने गुरु और माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को भारतीय संस्कृति को अपनाना चाहिए। इस दौरान राष्ट्र कल्याण के लिए विशेष यज्ञ भी आयोजन किया गया। इसी तरह मातृ उद्बोधन आश्रम यारपुर पटना से सम्बद्ध हसनपुर प्रार्थना समिति के कोषाध्यक्ष डॉ रामकुमार यादव की अध्यक्षता में बाजार के काली मंदिर परिसर में गुरु पूर्णिमा काफी हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर प्रार्थना समिति के प्रभारी नर्मदेश्वर झा उर्फ सज्जन झा ने कहा कि मानव जीवन में एक गुरु होना जरूरी हैं। मौके पर पूर्व जिला पार्षद चंद्रशेखर साहु, रामाश्रय यादव, अरविद यादव, पूर्व सरपंच रंजन प्रसाद महतों,पूर्व मुखिया दिनेश साह, शंभुशरण यादव, बद्री चौपाल, जवाहर यादव, हरेकृष्ण यादव, नंदन यादव, सुनील कुमार, हिरेन घोष आदि मौजूद थे।

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