समस्तीपुर जंक्शन पर नो प्लास्टिक अभियान की हुई शुरुआत
स्वच्छता ही सेवा मंत्र को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से समस्तीपुर रेल मंडल की ओर से बुधवार को स्वच्छता पखवारा का शुभारंभ हुआ।
समस्तीपुर । स्वच्छता ही सेवा मंत्र को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से समस्तीपुर रेल मंडल की ओर से बुधवार को स्वच्छता पखवारा का शुभारंभ हुआ। इसमें स्टेशन परिसर में 'नो प्लास्टिक' अभियान की शुरुआत हुई। जंक्शन पर रेल प्रशासन एवं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में स्वच्छता ही सेवा के अंतर्गत सिगल यूज प्लास्टिक बैन विषय पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इसमें यात्रियों से प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की अपील की गई। मंडल रेल प्रबंधक अशोक माहेश्वरी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डीआरएम ने सभी को सिगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का संकल्प कराया। रेलवे कॉलोनी, स्टेशन एवं रेलवे कार्यालयों में यत्र-तत्र पड़े प्लास्टिक कचरा को एकत्रित कर इसके निष्पादन को लेकर व्यापक श्रमदान करने को कहा। रेलवे स्टेशनों पर खाद्य एवं पेय पदार्थ केवल कागज एवं मिट्टी से बने बर्तनों में निर्गत की जा रही है। डीआरएम ने कहा कि रेल मंडल के सभी स्टेशनों और ट्रेनों में सिगल यूज प्लास्टिक (एक बार इस्तेमाल होने वाले) का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस्तेमाल करते पकड़े जाने पर यात्रियों से 500 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। इतना ही नहीं स्टेशन के प्लेटफॉर्म अथवा परिसर स्थित स्टॉलों द्वारा भी प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया जाएगा। उनके पास इस श्रेणी का प्लास्टिक बैग अथवा अन्य सामान पकड़ा गया तो 25,000 रुपये तक जुर्माना किया जा सकता है। इतना ही नहीं अगर आदेश की अगर तीन बार लगातार अवहेलना की जाती है तो उनके स्टॉल का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। ब्रह्माकुमारी की ओर से बीके तरुण ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण का वायु, जल और थल तीनों ही प्रदूषण में बहुत बड़ा योगदान है। नाली में जाने वाली प्लास्टिक की थैलियां जल निकास के अवरोध का बड़ा कारण बन रही है। मवेशी प्लास्टिक कचरा खाकर बेमौत मारे जा रहे है। इसके इस्तेमाल को बंद कर विकल्प के रूप में उपलब्ध चीजों का ही उपयोग करना चाहिए। मौके पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक बिरेंद्र कुमार, कृष्ण भाई, सविता बहन आदि उपस्थित रहे। रेल परिसर में किया गया श्रमदान
स्वच्छता पखवारा के तहत बुधवार को जंक्शन परिसर में प्लास्टिक कचरा एकत्रित करने और इसके निष्पादन को लेकर व्यापक श्रमदान अभियान चलाया गया। इसमें भारत स्काउट और गाइड के अलावा शाखा अधिकारी, रेल कर्मचारी भी सम्मिलित हुए।