नई तकनीक से व्यवसाय में बदल सकती कृषि

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय अनुसंधान निदेशालय के सभागार में मंगलवार को विभिन्न परियोजना से जुड़े छह एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 11:39 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 11:39 PM (IST)
नई तकनीक से व्यवसाय में बदल सकती कृषि
नई तकनीक से व्यवसाय में बदल सकती कृषि

समस्तीपुर । डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय अनुसंधान निदेशालय के सभागार में मंगलवार को विभिन्न परियोजना से जुड़े छह एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इसकी अध्यक्षता कुलपति डॉ. रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने की। मौके पर उन्होंने सभी उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि विवि में किसानों की आमदनी दोगुनी करने की दिशा में वैज्ञानिक प्रयासरत हैं। कृषि विवि में नए उद्यमियों का स्वागत करते हुए भरोसा दिलाया कि नई तकनीक की बदौलत कृषि को व्यवसाय के रूप में परिवर्तित करने में उनके साथ विवि हमेशा खड़ा है। इसके अलावे कृषि यांत्रिकरण, सौर ऊर्जा सिचाई प्रणाली, वर्मी कंपोस्ट, मशरूम उत्पादन आदि क्षेत्रों में भी नए तकनीक से उद्यमियों को फायदा मिलेगा। कार्यक्रम में मूल रूप से छात्र छात्राओं की पठन पाठन व्यवस्था में मूलभूत परिवर्तित करते हुए महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के साथ केंद्रीय कृषि विवि पूसा का समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। इसमें अनुसंधान एवं शिक्षण कार्य में परस्पर सहयोग करने का निर्णय लिया गया। इसमें छात्र-छात्राओं एवं वैज्ञानिकों की शिक्षण व्यवस्था का आदान प्रदान होगा। मेसर्स सोटासा विवरेज एन्ड ़फूड प्रा लि. दिल्ली एवं कृषि विवि के बीच तीन समझौते पर हस्ताक्षर किया गया। इसमें विवि परिसर के अलावे टीसीए ढोली एवं कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली फार्म में लगे फलदार वृक्षों को विवि द्वारा निर्धारित राशि के आधार पर आगामी चार वर्षों के लिए ली. पर दिया गया। शहद के प्रसंस्करण, ग्रेडिग, मार्केटिग में तकनीकी सहयोग के लिए भी हस्ताक्षर किया गया है। वहीं कृषि विश्वविद्यालय परिसर की संपूर्ण तार की चहारदिवारी पर जैविक सब्जियों की खेती के लिए हस्ताक्षर किया गया। एमएमएयू गुड्स लि. मु•ा़फ़्फरपुर ने भी विवि के साथ शहद प्रसंस्करण, पैकेजिग एवं मार्केटिग पर हस्ताक्षर किया। वहीं नवीनतम तकनीक को विकसित करते हुए वैशाली जिला के किसान सह उद्यमी विद्युभूषण सिंह एवं प्रमोद प्रसाद सिंह ने केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के साथ पॉप कार्न की पैकेजिग, प्रसंस्करण, एवं मार्केटिग सहयोग के लिए समझौता हस्ताक्षर किया गया। कार्यक्रम के अंत मे धन्यवाद ज्ञापन सेंटर फॉर स्टार्टअप फैसिलिटेशन परियोजना के निदेशक डॉ मृत्यंजय कुमार ने किया। केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी से डा. परमवीर सिंह, डॉ सोहाना मजूमदार, डॉ एके पाल, मु•ाफ्फरपुर से डा अल्पना कुमारी, दिल्ली से आरके सिंह, कुलसचिव डॉ. पीपी श्रीवास्तव, डीआर डॉ मिथिलेश कुमार, नियंत्रक राधारमण प्रसाद, डॉ पीपी सिंह, संपदा पदाधिकारी डॉ बीरेंद्र प्रसाद सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।

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