यथार्थ को सिद्ध करने के लिए ²ष्टि व चितन की आवश्यकता : विशेष सचिव

समस्तीपुर। सफलता के लिए हमें पहले लक्ष्य निर्धारित करना होगा। वहीं व्यक्ति दूसरों को प्रेरित कर सकता है जो स्वयं स्थापित हो जाए। उक्त बातें गृह विभाग के विशेष सचिव विकास वैभव ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 11:13 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 11:13 PM (IST)
यथार्थ को सिद्ध करने के लिए ²ष्टि व चितन की आवश्यकता : विशेष सचिव
यथार्थ को सिद्ध करने के लिए ²ष्टि व चितन की आवश्यकता : विशेष सचिव

समस्तीपुर। सफलता के लिए हमें पहले लक्ष्य निर्धारित करना होगा। वहीं व्यक्ति दूसरों को प्रेरित कर सकता है, जो स्वयं स्थापित हो जाए। उक्त बातें गृह विभाग के विशेष सचिव विकास वैभव ने कही। वे रविवार को नगर भवन में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। प्राचीन मिथिला की विशेषता है कि यह ज्ञान की धरती है। वेदांत के दर्शन यहां मिलते हैं। समस्तीपुर बिहार का वह जिला है, जहां सभ्यता का सबसे प्राचीन अवशेष पाण्डव स्थान के रूप में मिलते हैं। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल के मिथिला की महिला में इतना साहस था कि वे सभा में खड़े होकर सबसे बड़े विद्वान को चुनौती देने की क्षमता रखती थी। स्मरण रहे यह ज्ञान, स्वर्ग और उद्यमिता की भूमि रही है। मगध साम्राज्य की भूमि है। जब वैशाली के रुप में देश का पहला गणराज्य स्थापित किया। उद्यमिता थी कि महानगरों को स्थापित किया। लेकिन जब यह स्मरण करते हैं तो कहीं न कहीं चितन नहीं करते हैं कि ऐसा क्यों था। प्राचीन काल से ही हमारी ²ष्टि अलग थी। केवल भौतिक तत्वों पर ही नहीं आध्यात्मिक तत्वों के गुढ़ रहस्य तक जाना चाहते थे। इन बिदुओं पर हमारे विद्यार्थी कैसे विचार करें। परिश्रम कर ज्ञान अर्जित कर सफलता कैसे प्राप्त करें। बिहार की उस भूमि पर जिसने विज्ञान और शून्य के रूप में गणित को जन्म दिया हो। यहां के बच्चे इस परंपरा को निर्वहन करें और इसका वाहक बनकर कैसे आगे भविष्य को आलोकित करें। लेट्स इंस्पायर बिहार के माध्यम से युवाओं के बीच में अभियान चला रहे हैं। उद्देश्य है कि प्रत्येक जिले में इसका ध्येय बने। युवाओं में शिक्षा, समता और उद्यमिता की भावना प्रसारित हो। हम उसी इतिहास को रच दें जो प्राचीन काल में हमारे प्रेरणा का स्त्रोत रहे। इसके लिए ²ष्टि और चितन की आवश्यकता है। प्रथम कि सत्व का बोध हो कि हम क्या थे। चितन इस पर करना है कि क्यों थे। इसपर हमलोगों को विचार करने की आवश्यकता है। प्रत्येक जिले में अध्याय बनाकर विमर्श के लिए युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन कर रहे रहें। युवाओं के अंदर भाव जागृत करने का प्रयास करेंगे कि वे परिश्रम करें। अपने अंदर उद्यमिता की भावना को लाएं। छोटी- छोटी चीजों में निराश नहीं हों। जब युवा इस बात को समझ जाते हैं, उनके सहयोग के लिए एक संगठन तैयार करने का प्रयास करेंगे। जो लोग सफल उद्यमी बने हैं। उनमें यह भावना कहां से आयी। वे युवाओं को प्रेरित करें। इसमें खासकर वैसे बिहारवासी जो सफल हुए हैं और चाहते हैं कि बिहार के अंदर उद्यम का विकास हो। जो लोग रोजगार, नौकरी करना चाहते हैं, उनका डाटा वाइज पोर्टल लांच करने की योजना बना रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन अनंत कुमार राय ने किया। इसके उपरांत सामाजिक संगठन दीनबंधु की टीम द्वारा ताजपुर रोड स्थित एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। जहां सदस्यों ने विशेष सचिव विकास वैभव को मिथिला की परंपरा के अनुसार स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवाओं को प्रेरित किया। मौके पर नीरज कुमार, बलिराम शर्मा, चिटू सिंह, शारिक रहमान लवली, राहुल कुमार, सात्विक सक्सेना, प्रो. शीला सिन्हा, राहुल श्रीवास्तव, अली इकबाल, राजनीश सिंह, आमीर, डा. सुमेन्दु मुखर्जी, डा. आकृति, डॉ चंदन कुमार समेत काफी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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