व्यवसायी हत्याकांड के विरोध में तीसरे दिन भी बंद रहीं मुसरीघरारी की दुकानें

मुसरीघरारी में व्यवसायी हत्याकांड को लेकर लगातार तीसरे दिन भी सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान एवं दुकानें बंद रहीं। पुलिस प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए व्यवसायियों ने कहा कि यहां के बहुसंख्य कारोबारी अपराधियों के निशाने पर हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 12:17 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 12:17 AM (IST)
व्यवसायी हत्याकांड के विरोध में तीसरे दिन भी बंद रहीं मुसरीघरारी की दुकानें
व्यवसायी हत्याकांड के विरोध में तीसरे दिन भी बंद रहीं मुसरीघरारी की दुकानें

समस्तीपुर । मुसरीघरारी में व्यवसायी हत्याकांड को लेकर लगातार तीसरे दिन भी सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान एवं दुकानें बंद रहीं। पुलिस प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए व्यवसायियों ने कहा कि यहां के बहुसंख्य कारोबारी अपराधियों के निशाने पर हैं। घटना की सूचना पूर्व में पुलिस को दिए जाने के बावजूद वह हरकत में नहीं आई। अगर सूचना मिलते ही पुलिस सक्रियता दिखाती तो व्यवसायी चंद्रभूषण प्रसाद की जान बचाई जा सकती थी। व्यवसायियों का कहना था कि पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें पूर्ण सुरक्षा का जबतक आश्वासन उन्हें नहीं मिल जाता, वे अपनी दुकानें लगातार बंद रखेंगे। इधर, स्थानीय जदयू विधायक सह राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी मंगलवार की दोपहर मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के उदाहाट निवासी दिवंगत व्यवसायी चंद्रभूषण प्रसाद के स्वजनों से मिले। उन्होंने मृतक के स्वजनों को सांत्वना दी और उन्हें ढांढ़स बंधाया। मृतक के स्वजनों एवं ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। मंत्री ने कहा कि दिवंगत व्यवसायी से रंगदारी की मांग की गई तथा रंगदारी नहीं देने पर उन्हें परिणाम भुगतने की धमकी भी मिली थी, यह उनके संज्ञान में भी था, पर दुख की बात है कि इसके बावजूद वारदात हो गई। यह हम सब के लिए चिता और दुख का विषय हैं ही, पुलिस के लिए भी चुनौती है। अब हम आश्वासन देते हैं कि जब तक सभी अपराधी पकड़े नहीं जाते हैं और गिरोहों को ध्वस्त नहीं किया जाता है, हम चैन से नहीं रहेंगे। हम स्वयं पुलिस प्रशासन के कृत्यों का अवलोकन करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का शासन है। अपराधी कितना भी बड़ा हो ,कानूनी शिकंजे से बच नहीं पाएगा। इसके बाद मंत्री मुसरीघरारी गए जहां सैकड़ों की संख्या में उपस्थित व्यवसायियों को भी संबोधित किया। कहा कि क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं एक बार फिर जोर पकड़ती जा रही हैं। यह हम सभी के लिए चिता का विषय है। मंत्री ने कहा कि हम लोग मिलकर जिला प्रशासन पर दबाव बनाएंगे कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हो। कहा कि घटना के दिन वे राज्य से बाहर थे, लेकिन पूरी जानकारी उन्हें मिल गई थी। यहां आने पर उन्हें और भी विशेष सूचना मिली है। जिन्हें वे पुलिस के साथ साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि अपराधियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई हो। अपराधी गिरोह का पूर्ण सफाया हो, ताकि प्रशासन व सरकार पर आमजन का भरोसा कायम रहे। मौके पर विपिन कुमार ईश्वर, कमलेंद्र प्रसाद सिंह, प्रो. अमरेंद्र कुमार, विमल कुमार झा, अजीत कुमार झा, अनिल सिंह बाबा, दीपक कुमार झा, संजय कुमार सिंह, नागराज झा, शहादत हुसैन, भरत सिंह, दीनानाथ झा, नसीब लाल झा, सुधीर कुमार, राज कुमार, अनिल साह, कुंदन साह, मनोज साह, चंद्रभूषण ठाकुर, अजित कुमार चौधरी,भरत साह, शंभू ठाकुर, मो. नसीरुद्दीन, मो. नौशाद, सुनील कुमार राय, शुभम कुमार ,चंदन चौधरी ,संजय चौरसिया, मो. फिरोज, मो. कैसर, मो. अजीम, राकेश सिंह, विनोद झा, सुबोध साह, शंभू ठाकुर, जीवन साह सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। व्यवसायी हत्याकांड को ले वैश्य चेतना समिति ने मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

व्यवसायी हत्याकांड को लेकर वैश्य चेतना समिति ने मंगलवार को मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि व्यवसायी चंद्र भूषण प्रसाद से 5 लाख की रंगदारी मांगे जाने पर उक्त व्यवसायी ने इस आशय की लिखित सूचना स्थानीय पुलिस को विगत 3 सितंबर को दी थी। फिर भी अपराधियों ने उक्त व्यवसायी की हत्या कर दी और भाग निकले। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि वैश्य समाज का विश्वास सरकार एवं प्रशासन पर बना रहे, इसके लिए इस घटना की उच्चस्तरीय जांच उच्च स्तरीय कमेटी की देखरेख में सीआइडी से कराई जाए। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में अध्यक्ष ई. सुंदर साहू, सचिव रविकांत चौरसिया, कोषाध्यक्ष नंद किशोर पोद्दार, अध्यक्ष निर्मला जायसवाल, डा. सुनील कुमार, किशोर कुमार लहेरी, देवेंद्र साह, अनंत कुमार सोनी आदि शामिल हैं।

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