Bihar Election Result 2020: समस्तीपुर की तीन विधानसभा सीटों पर लोजपा बनी एनडीए की जीत में बाधक
एक-एक मत की क्या कीमत होती है यह अंदाजा मंगलवार को सभी प्रत्याशियों को हो रहा था। जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही थी वैसे ही प्रत्याशियों और उनके अभिकर्ताओं की धड़कनें भी तेज हो रही थीं। इसमें समस्तीपुर में करीब 12 हजार वोट लोजपा प्रत्याशी महेंद्र प्रधान को मिले।
समस्तीपुर । एक-एक मत की क्या कीमत होती है, यह अंदाजा मंगलवार को सभी प्रत्याशियों को हो रहा था। जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही थी, वैसे ही प्रत्याशियों और उनके अभिकर्ताओं की धड़कनें भी तेज हो रही थीं। सबसे बड़ी बात यह थी कि चुनाव के अंतिम क्षण में लोजपा का अलग होकर चुनाव लड़ना कहीं न कहीं एनडीए को नुकसान पहुंचा गया। जिले की पांच सीटों पर एनडीए प्रत्याशी को पराजय का मुंह देखना पड़ा है। इसमें समस्तीपुर में करीब 12 हजार वोट लोजपा प्रत्याशी महेंद्र प्रधान को मिले। जबकि जदयू प्रत्याशी अश्वमेघ देवी महज 47 सौ वोटों के अंतर से राजद के अख्तरुल इस्लाम शाहीन से हार गई। मोरवा में भी जदयू प्रत्याशी विद्यासागर निषाद की हार जितने मतों से हुई है, उसका दोगुना से ज्यादा मत लोजपा प्रत्याशी अभय कुमार ¨सह काटने में सफल रहे। 23 हजार से ज्यादा मत लोजपा को मिला। जबकि जदयू प्रत्याशी महज 10 हजार वोटों से पराजित हो गए। विभूतिपुर में लोजपा प्रत्याशी चंद्रबली ठाकुर 28 हजार से अधिक वोट काटने में सफल रहे। जबकि माकपा के अजय कुमार वहां से 41 हजार से अधिक मतों से जीतने में सफल रहे हैं। यदि साथ होते तो चुनावी गणित कुछ अलग होता। यही स्थिति सरायरंजन में हुई। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी महज 34 सौ वोटों से जीते। जबकि दस हजार से अधिक मत लोजपा प्रत्याशी आभाष कुमार झा ने काट लिया। रोसड़ा में भी लोजपा ने अपनी पूरी ताकत लगाई। वहां भाजपा के विरुद्ध अपने भाई कृष्ण राज को मैदान में उतारा था। लेकिन, 23 हजार वोट पर ही वे सिमट गए। यहां भाजपा प्रत्याशी विरेंद्र कुमार 35 हजार से अधिक मतों से जीते। हसनपुर में भी लोजपा प्रत्याशी को करीब दस हजार मत मिले हैं। जबकि भाजपा छोड़कर जाप के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले अर्जुन यादव दस हजार से अधिक वोट लाने में सफल रहे। यदि यहां दोनों प्रत्याशी न होते तो राजद प्रत्याशी तेजप्रताप यादव के लिए यह सीट निकालना मुश्किल था। बताया जाता है कि अर्जुन यादव ने जो भी वोट काटा है, वह एनडीए का ही था। ------------------------------ जहां महिलाओं का वो¨टग प्रतिशत कम रहा, वहां से जीता महागठबंधन मतगणना के बाद एक और बात सामने आई है। उजियारपुर और समस्तीपुर में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का वोट प्रतिशत कम रहा। इसका खामियाजा दोनों सीट पर एनडीए को भुगतना पड़ा। दोनों सीट एनडीए हार गया। वैसे सरायरंजन, कल्याणपुर, वारिसनगर समेत अन्य क्षेत्रों में महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों की तुलना में बहुत ही कम अधिक रहा अर्थात महिलाएं इस बार वो¨टग करने में ज्यादा उत्साह नहीं दिखा सकीं। इस वजह से भी एनडीए प्रत्याशी को बहुत ज्यादा वोट नहीं मिल सका। राजनीतिक प्रेक्षक इसे भी एक कारण मानते हैं। ---------------------------- छोटे दलों व निर्दलीय को वोटरों ने नहीं लिया नोटिस इस चुनाव में एक और बात सामने आयी है कि छोटे दलों और निर्दलीय को वोटरों ने बहुत ज्यादा नोटिस नहीं लिया। यही वजह है कि छोटे दलों या निर्दलीय प्रत्याशी महज हजार-दो हजार पर सिमट गए। हां, जाप एवं रालोसपा को थोड़ा ज्यादा जरूर मत मिला है। लेकिन, वे ज्यादा प्रभाव नहीं डाल सके। ------------------------