टूट रही सांसों में दम भर रहा कर्पूरीग्राम ऑक्सीजन प्लांट

कोरोना की दूसरी तेज रफ्तार (वेब) के कोहराम के बीच वरदान बनी ऑक्सीजन की किल्लत में कर्पूरीग्राम का चंदूका एयर गैस प्लांट जिला के साथ-साथ आसपास के कई जिलों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 12:43 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 12:43 AM (IST)
टूट रही सांसों में दम भर रहा कर्पूरीग्राम ऑक्सीजन प्लांट
टूट रही सांसों में दम भर रहा कर्पूरीग्राम ऑक्सीजन प्लांट

समस्तीपुर । कोरोना की दूसरी तेज रफ्तार (वेब) के कोहराम के बीच वरदान बनी ऑक्सीजन की किल्लत में कर्पूरीग्राम का चंदूका एयर गैस प्लांट जिला के साथ-साथ आसपास के कई जिलों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जिला प्रशासन की देखरेख में संचालित इस गैस प्लांट से जिला ही नही पास के पटना, वैशाली, आरा, मधुबनी,दरभंगा सहित अन्य जरूरतमंद जिलों के सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज की टूट रही सांसों में दम भरने के लिए दिन रात - चौबीस घंटे जुटी है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में इस गैस प्लांट से तकरीबन 9 सौ सिलेंडर में ऑक्सीजन की रीफीलिग की जाती है । आवश्यकता के अनुसार उपस्थित नोडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार, खनन पदाधिकारी के द्वारा वरीय पदाधिकारी के परामर्श के अनुरूप तय की जाती है कि किस जिले की रीफीलिग पहले करनी है । हर दिन एक ल्किविड गैस टैंक की हो रही खपत, झारखंड से हो रही गैस की आपूर्ति प्लांट में ऑक्सीजन की रीफीलिग एयर लिक्विड पर निर्भर करती है । इस प्लांट को पिछले कई दिनों से प्रत्येक दिन एक एयर टैंक की आवश्यकता होती है। इसकी आपूर्ति झारखंड से हो रही है। जिला प्रशासन की देखरेख और आवश्यकता के अनुरूप डिमांड के आधार पर झारखंड सरकार गैस की आपूर्ति लगातार कर रही है । प्लांट में दिन रात कार्य में जुटे हैं कर्मी प्लांट के प्रबंधक तरुण कुमार मंडल बताते है कि कोरोना महामारी में ऑक्सीजन आवश्यकता के अनुसार निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने के लिए प्लांट का हर एक कर्मी दिन रात जुटा है । प्लांट से एक बार मे करीब 50 छोटे बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर की रीफीलिग करने में तकरीबन आधे घंटे का समय लगता है। इसके साथ ही गाड़ी से सिलेंडर की अनलोडिग और लोडिग में समय लगता है। बावजूद प्लांट के सभी कर्मी लगातार महामारी को हराने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। साथ ही आने वाले वाहन चालक ,उप चालक सहित अस्पताल के कर्मियों के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था भी प्लांट के द्वारा की गई है।

प्राथमिकता के आधार पर की जाती है आपूर्ति जिला प्रशासन के द्वारा ऑक्सीजन प्लांट पर नियुक्त दंडाधिकारी उद्योग विस्तार पदाधिकारी सुजीत कुमार कामत बताते है कि जिला प्रशासन ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति को लेकर 24 घंटे काम मे जुटी है। समस्तीपुर जिले की आपूर्ति के बाद अन्य जिलों को उनकी प्राथमिकता के आधार पर ऑक्सीजन की रीफीलिग की जाती है। ताकि मरीजों की जान बचाई जा सके है ।

chat bot
आपका साथी