ताजपुर बाजार में पता ही नहीं चलता कि लॉकडाउन भी है
कोरोना के दूसरी लहर में बढ़ते संक्रमण के प्रसार को कम करने के लिए बिहार सरकार ने पिछले 5 मई से लॉकडाउन लगाया है मगर ताजपुर बाजार में इसका कोई असर नहीं है। यहां पता ही नहीं चलता कि लॉकडाउन भी है। यहां खुलेआम लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं।
समस्तीपुर । कोरोना के दूसरी लहर में बढ़ते संक्रमण के प्रसार को कम करने के लिए बिहार सरकार ने पिछले 5 मई से लॉकडाउन लगाया है, मगर ताजपुर बाजार में इसका कोई असर नहीं है। यहां पता ही नहीं चलता कि लॉकडाउन भी है। यहां खुलेआम लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। बाजार क्षेत्र के नीम चौक हो या फिर हॉस्पिटल चौक, आये दिन यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। सरकार के आदेश के बाद भी गैर जरूरी दुकानें खुल रही है। स्थिति यह है कि अधिकांश दुकानदार अपनी दुकानें खोलकर बिक्री करते रहते हैं। खचा-खच लोगों की भीड़ जमा रहती है। भीड़ से लोगों को जरा सा भी भय नही लगता। जबकि कोरोना का चेन तोड़ने के लिए ही सरकार ने लॉकडाउन लगाया गया है। एक जगह ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सके, इसको लेकर यह आदेश जारी किया गया। लेकिन लोग अपने साथ-साथ अपने परिवार और समाज के जिदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यहां तक की भीड़ में अत्यधिक लोगों को बिना मास्क हीं विचरण करते देखा जा रहा है। सुबह में सिर्फ आवश्यक वस्तु की दुकान खोलना है। लेकिन ताजपुर बाजार में सभी प्रकार की दुकान खुली रहती है। कुछ दुकानदार शटर बाहर से बंद कर अंदर दुकानदारी करते रहते है। चूड़ी, लहठी, रेडीमेड ,कपड़ा, श्रृंगार, जेनरल स्टोर, लोहा लक्कड़, हार्डवेयर, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक, पान मसाला, साइकिल आदि की नियमित रुप से दुकानें खुलती है। स्थानीय थाना की पुलिस द्वारा सुबह में 11 बजे मार्च कर चेतावनी देते हुए सभी दुकानों को बंद करा दिया जाता है। मगर इसका कोई खास असर नहीं दिखता। इससे कोरोना संक्रमण यहां तेजी से फैलने का खतरा बना हुआ है।