समस्तीपुर में इन्हें लगा कोरोना वैक्सीन का पहला टीका, बोले- मानो युद्ध जीत लिया

कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर लोगों के मन में जितने भी सवाल थे उन सबका जवाब एक झटके में मिल गया। पहला टीका लगवाने पहुंचे लोगों के चेहरे में युद्ध जीतने जैसी खुशी थी। हर किसी ने मुस्कुराहट के साथ इसका स्वागत किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 11:35 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 11:35 PM (IST)
समस्तीपुर में इन्हें लगा कोरोना वैक्सीन का पहला टीका, बोले- मानो युद्ध जीत लिया
समस्तीपुर में इन्हें लगा कोरोना वैक्सीन का पहला टीका, बोले- मानो युद्ध जीत लिया

समस्तीपुर । कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर लोगों के मन में जितने भी सवाल थे, उन सबका जवाब एक झटके में मिल गया। पहला टीका लगवाने पहुंचे लोगों के चेहरे में युद्ध जीतने जैसी खुशी थी। हर किसी ने मुस्कुराहट के साथ इसका स्वागत किया। मेडिकल स्टाफ ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी। तो आइए जानते हैं कि कहां-कहां पहला टीका किसको लगा। क्या कहना था उनका। सफाई कर्मी मुकेश को लगा पहला टीका

शहर के आदर्शनगर स्थित पुष्पलता देवी चिल्ड्रेन हॉस्पीटल में सबसे पहला टीका सफाई कर्मी मुकेश कुमार राम को लगाया गया। मुकेश शहर के कृष्णा हॉस्पीटल में सफाई का काम करते हैं। उसने कहा कि उसे गर्व है कि सरकार ने उसे चुना। किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं लग रहा है। उसने कहा कि जिस तरह से पहले मास्क लगाते थे, उसी तरह आगे भी लगाकर रखना है। थोड़े दिन बाद एक बार फिर टीका लगेगा। इसके बाद एंटी बाडी बनेगी? दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि यह उनके व सभी सफाई कर्मचारियों के लिए गर्व की बात है कि कोरोना का पहला टीका सफाई कर्मियों को लगाया गया है। मैंने पूरे उत्साह के साथ आकर टीका लगवाया। जब पूरा देश सफाई कर्मियों के सम्मान में आगे आ रहा है तो मैं भला कैसे पीछे हट सकता था। यह टीका सामान्य टीकों की तरह ही था, लेकिन इसमें उत्साह का संचार जरूर था। जब मैंने टीकाकरण कराया तो वहां पर मौजूद सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने मेरा उत्साह बढ़ाया, यह पल मेरे लिए किसी उत्साह से कम नहीं था। ऐसा लगा कि जैसे युद्ध जीत लिया। मीना आश्रय नर्सिंग होम में सफाई कर्मी अखिलेश को पहला टीका

शहर के बंगाली टोला स्थित मीना आश्रय नर्सिंग होम स्थित केंद्र में कोरोना वैक्सीन का शुभारंभ हुआ। यहां सबसे पहले यहीं पर कार्यरत सफाई कर्मी अखिलेश पासवान को वैक्सीन लगाई गई। अखिलेश का कहना है कि उसे एक दिन पहले ही वैक्सीनेशन के बारे में बता दिया गया था। वैक्सीन को लेकर मन में कोई डर नहीं था नहीं किसी तरह की घबराहट थी। इनके बारे में बताया गया तुरंत तैयार हो गया। मेरे लिए बड़े गर्व की बात है जो मुझे सबसे पहले वैक्सीन के लिए चुना गया है। वैक्सीन के बाद अखिलेश को 30 मिनट तक निगरानी में रखा गया किसी तरह की उसे कोई दिक्कत नहीं आई जिसके बाद उसे निगरानी दे बाहर जाने दिया गया। यह टीका सरकार ने सभी के बेहतर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए तैयार कराया गया है। इसके लगाए जाने से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होगा और व्यक्ति इस महामारी के मुहिम का साक्षी बनें। पहली महिला के रूप में बेबी ने लिया टीका

पुष्पलता हॉस्पीटल में पहली महिला के रूप में नर्स बेबी कुमारी ने टीका लिया। बेबी ने कहा कि वह गर्व महसूस कर रही है कि कोरोना के खात्मे के लिए उसे टीका लगाया गया। सरकार ने कोरोना को हराने के लिए बड़ा अभियान चलाया है। इसमें हर आदमी को सहयोग देना चाहिए। वैक्सीन लगवाने में हमारा खुद का बचाव है। टीका लगवाने के बाद आधा घंटा ऑब्जर्वेशन में रखकर घर भेज दिया। कोरोना से नहीं डरे तो दवा से क्या डरना

कोविड-19 टीकाकरण को लेकर प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगना शुरू हो गया। इसे लेकर पहले दिन चिकित्सक व कर्मियों में उत्साह देखने को मिला। हालांकि, इसकी संख्या में कमी देखी गई। मीना आश्रय नर्सिंग होम में पहली चिकित्सक के रूप में डीएमसीएच की प्राध्यापक डॉ. प्रेरणा तेजस्वी ने टीका लिया। टीकाकरण को लेकर वह काफी उत्सुक दिखी। डॉ. प्रेरणा ने कहा कि जब कोरोना पूरे चरम पर था तब भी अपनी ड्यूटी करती थी। अब जब कोरोना के खात्मे का इतिहास लिखा जाना है तो कैसा डर और भ्रम। मेरी समझ में हर व्यक्ति को आगे बढ़कर वैक्सीन लेनी चाहिए, ताकि जल्द से जल्द जिला, प्रदेश, देश और दुनिया से इस महामारी को अंत किया जा सके। सबों के लिए टीकाकरण जरूरी है। जिले के सभी चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों से अपील कि वह टीका लगाकर अपना व दूसरे का कल्याण करें।

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