टिकट बिक्री की आड़ में करता था अवैध कारोबार

ऑपरेशन तूफान के तहत आरपीएफ ने फर्जी आईडी से टिकट कारोबार मामले में एक शातिर को गिरफ्तार किया था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 11:37 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 11:37 PM (IST)
टिकट बिक्री की आड़ में करता था अवैध कारोबार
टिकट बिक्री की आड़ में करता था अवैध कारोबार

समस्तीपुर । ऑपरेशन तूफान के तहत आरपीएफ ने फर्जी आईडी से टिकट कारोबार मामले में एक शातिर को गिरफ्तार किया था। शातिर यूटीएस टिकट बिक्री की आड़ में ई-टिकट का अवैध कारोबार करता था। साथ ही यात्रियों से अधिक राशि लेकर उन्हें तत्काल में कंफर्म टिकट मुहैया कराता था। इस बाबत आरपीएफ इंस्पेक्टर आलम अंसारी ने मामले से संबंधित रिपोर्ट मंडल सुरक्षा आयुक्त अंशुमान राम त्रिपाठी को सौंप दिया है। गिरफ्तार शातिर की पहचान खानपुर थाना क्षेत्र के भोरेजयराम गांव निवासी अरुण कुमार के रूप में हुई थी। गिरफ्तार शातिर ने टिकट कारोबार करने की बात कबूल की थी। आरोपी ने बयान में बताया है कि वह शहर के स्टेशन चौक स्थित एक मकान में दो हजार रुपये प्रतिमाह के किराया पर लिया था। जिसमें पिछले दो वर्ष से आदित्य कम्युनिकेशन का बोर्ड लगाकर रेलवे के यूटीएस टिकट बिक्री का कारोबार करता था। इसी के आड़ में फर्जी आईडी बनाकर रेलवे की तत्काल टिकट बनाता था। तत्काल टिकट पर नियत मूल्य से 500 रुपये अधिक लेकर लोगों को बेचता था। दुकान से बरामद की गई थी तत्काल टिकट

आरोपित ने 18 नवंबर को समस्तीपुर से सियालदह तक के लिए ट्रेन संख्या 13186 गंगासागर एक्सप्रेस में स्लीपर क्लास का एक टिकट और समस्तीपुर से नई दिल्ली तक के लिए ट्रेन संख्या 12203 के थ्री एसी क्लास में तत्काल टिकट बनाकर अपने दुकान स्थित काउंटर के दराज में रखा था। इसी क्रम में 19 नवंबर को आरपीएफ और नगर थाना की पुलिस के अधिकारी और जवान दुकान पर पहुंचकर तलाशी शुरू कर दी। इस क्रम में उक्त सभी टिकट पाया गया। इस बाबत गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगने लगा। लेकिन आरपीएफ अधिकारियों ने उनकी बात नहीं मानी। साथ ही लिखा-पढ़ी करते हुए दुकान से कम्प्यूटर एवं सभी टिकट, जिसमें दो अदद तत्काल टिकट और 24 अदद पुराना तत्काल टिकट की प्रति के साथ एक सैमसंग कंपनी का मोबाइल, चेक बुक, छोटी डायरी जब्त किया था। - अवैध रुप से टिकट का करता था कालाबाजारी

फर्जी आईडी से ई-टिकट जारी करने का खेल लंबे समय से संचालित हो रहा है। फर्जी आईडी से तत्काल टिकट का कारोबार लंबे समय से चल रहा था। आरपीएफ द्वारा गिरफ्तार शातिर की आईडी की जांच कराई गई। आरपीएफ ने आरोपित की आईडी को इंडियन रेलवे कैट¨रग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन के अधिकारियों से जांच कराई। जांच के क्रम में आरोपित द्वारा 1 जनवरी 2018 से अब तक कुल 3 लाख 91 हजार 445 रुपये का कारोबार करने की बात सामने आयी।मंडल सुरक्षा आयुक्त अंशुमान राम त्रिपाठी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अरुण कुमार के पास रेल के ई-टिकट बुक करने का कोई प्राधिकार नहीं था। उसके पास आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंट होने का भी कोई आधार नहीं था। इसके व्यक्तिगत यूजर आईडी से रेलवे के ई-टिकटों की अवैध कालाबाजारी की जा रही थी। विदित हो कि आरपीएफ को रेलवे ई-टिकट की कालाबाजारी को लेकर रेलवे बोर्ड ने भी छापेमारी का आदेश जारी किया है। व्यक्तिगत उपयोगकर्ता आईडी से अनाधिकृत रूप से ई-टिकट का कारोबार चल रहा हैं।

chat bot
आपका साथी