स्टेशन की सुरक्षा भगवान भरोसे, दो वर्ष पूर्व लगा स्कैनर आज तक नहीं हुआ चालू
समस्तीपुर। आतंकी हमले की आशंका को लेकर समस्तीपुर रेल मंडल में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया गया है।
समस्तीपुर। आतंकी हमले की आशंका को लेकर समस्तीपुर रेल मंडल में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया गया है। महकमा चौकसी का दावा कर रहा है लेकिन समस्तीपुर जंक्शन पर लगी लगेज स्कैनर मशीन आज तक चालू नहीं हो सकी है। नई मशीन लगने के साथ ही वह खराब भी हो गई। दो वर्ष गुजर जाने के बाद भी विभागीय स्तर पर ठीक कराने की जहमत नहीं उठाई जा सकी। लिहाजा, प्लेटफार्म पर प्रवेश करने वाले संदिग्ध व्यक्ति और वस्तुओं की पहचान नहीं हो पा रही है। इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी प्लान के तहत दो वर्ष पूर्व मुख्य भवन के प्रवेश द्वार पर लगेज स्कैनर मशीन लगाई गई थी। इसकी सहायता से आरपीएफ को कामयाबी मिलने की संभावना थी। दुर्भाग्य यह कि समस्तीपुर जंक्शन जैसे बड़े रेलवे स्टेशन पर इस आधुनिक मशीन का उपयोग नहीं हो सका। जबकि रेल मंडल के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर जून में कपड़े के पार्सल बॉक्स में धमाका हो चुका है। आज भी पार्सल में बेरोक-टोक सामानों की आवाजाही जारी है। प्लेटफार्म के निकास द्वार पर लगाया गया लगेज स्कैनर भी राम भरोसे है। हालांकि इसकी वजह अधिकारी यात्रियों की कम संख्या में परिचालन को बता रहे हैं। इधर, दिल्ली में दो आतंकी के गिरफ्तार होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सजग रहने का भी निर्देश दिया गया है। दिखावे के लिए लगा है लगेज स्कैनर
समस्तीपुर स्टेशन की पड़ताल में पार्सल में आज भी बेरोक टोक सामान आने-जाने का क्रम जारी मिला। प्लेटफार्म नंबर एक के इंट्री प्वाइंट पर लगाया गया लगेज स्कैनर बंद ही हैं। बताया जाता है कि लगने के बाद से यह स्कैनर आज तक चालू ही नहीं हो पाया। जबकि इसके लगाने के पीछे यात्रियों को कोई भी सामान ट्रेन में ले जाने से पहले उसकी चेकिग करवानी थी। मशीन के इंस्टॉल होने के बाद यात्रियों को स्टेशन पर लगेज ले जाने से पहले स्कैनर में इसका परीक्षण कराना था। बोतल क्रशर मशीन में क्रस्ड नहीं हो रही बोतल
रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों की बोगियों में खाली बोतलों का कचरा न हो, इसके लिए रेलवे ने नई तरकीब निकाली थी। समस्तीपुर जंक्शन पर प्लास्टिक बोतल क्रशर मशीन लगाया गया था। लेकिन, उक्त मशीन में बोतल क्रस्ड नहीं किया जा रहा है। यात्रियों द्वारा मशीन में डाले जा रहे बोतल को निकाल कर नष्ट किया जा रहा है। इसका खुलासा स्वच्छता पखवाड़ा को लेकर स्वच्छ स्टेशन अभियान के दौरान समस्तीपुर जंक्शन पर साफ-सफाई के क्रम में हुआ। बोतल क्रशर मशीन को खोलकर उसमें से बोतल निकाल कर सफाई की गई। प्लास्टिक वेस्टेज कम करने की बनी थी रणनीति
पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में प्लास्टिक का अहम रोल है। इसके बावजूद लोग प्लास्टिक का किसी न किसी रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। रेलवे स्टेशनों पर तो इसका कुछ ज्यादा ही उपयोग किया जा रहा है। इससे परेशान रेलवे ने सभी रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक पर पाबंदी लगाने के लिए तैयारी की थी। स्टेशन को प्लास्टिक फ्री जोन बनाने के लिए यहां बोतल क्रश मशीन लगाई गई, ताकि पानी और कोल्ड ड्रिक्स के बोतल को डालने पर वह क्रश हो जाए।