गरीब कल्याण रोजगार योजना का नहीं मिल रहा लाभ : भाकपा
समस्तीपुर। प्रवासी मजदूरों को जीवन यापन के लिए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित गरीब कल्याण रोजगार योजना
समस्तीपुर। प्रवासी मजदूरों को जीवन यापन के लिए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित गरीब कल्याण रोजगार योजना का लाभ आज तक सूबे के एक भी मजदूरों को नहीं मिल सका है। और तो और स्थानीय पदाधिकारियों को इस नई योजना के संबंध में जानकारी तक उपलब्ध नहीं है। यह कहना है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (रोसड़ा) के जिला मंत्री सुरेंद्र कुमार सिंह मुन्ना का। उन्होंने कोरोना की पहली लहर में लॉकडाउन प्रथम के दौरान किसी प्रकार जान बचाकर अपने- अपने घर लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा उक्त योजना की घोषणा करने की बात कही। 20 जून 2020 को खगड़िया जिला के बेलदौर से ऑनलाइन योजना का शुभारंभ करने और आज तक एक भी मजदूर को इस योजना के तहत लाभ नहीं मिलने को हास्यास्पद करार दिया है। विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि देश के 6 राज्यों के कुल 116 जिले में एक साथ प्रारंभ करने और इसके लिए 50 हजार करोड़ रुपए का बजट निर्धारित करने की भी घोषणा की गई थी। इसमें बिहार के 32 जिलों को शामिल किया जाना बताया। इस संबंध में जिला मंत्री ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बिहार के लाखों प्रवासी मजदूरों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। कहा है कि उक्त योजना को लागू नहीं करने के कारण काम के अभाव में मजदूरों को पलायन को मजबूर होना पड़ा और फिर कोरोना की दूसरी लहर आते ही जान की रक्षा के लिए पुन: घर लौटना पड़ा। भाकपा नेता ने बिहार के लिए निर्धारित उक्त योजना के कुल बजट का आधा 25 हजार करोड़ के व्यय मद की उचित जानकारी देने की मांग की है। दूसरी और जिला मंत्री ने वामपंथी एवं प्रगतिशील दलों को प्रवासी मजदूरों के हित में इस योजना के लिए सरकार पर दबाव बनाने का भी आह्वान किया है।