महज दो लाख रुपये में सुलझा दिया प्रसूता की मौत का मामला

समस्तीपुर। विभूतिपुर थाना क्षेत्र के ब्लॉक चौक कापन के निकट संचालित श्री साईं हेल्थ केयर में प

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 11:13 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 11:13 PM (IST)
महज दो लाख रुपये में सुलझा दिया प्रसूता की मौत का मामला
महज दो लाख रुपये में सुलझा दिया प्रसूता की मौत का मामला

समस्तीपुर। विभूतिपुर थाना क्षेत्र के ब्लॉक चौक कापन के निकट संचालित श्री साईं हेल्थ केयर में प्रसूता की मौत का मामला सलटते हुए दिख रहा है। इसकी वजह उक्त हेल्थ केयर के संचालक को आपसी पंचों द्वारा 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाना बताया गया है। संचालक ने जुर्माना की राशि पीड़ित परिवार को दे भी दिया है। मृतका के ससुर उपेन्द्र सिंह द्वारा किसी से कोई शिकायत नहीं होने व मृतका के लाश का अंत्यपरीक्षण नहीं कराने संबंधी लिखित आवेदन थाने में दिए जाने की बातें बहुत कुछ बयां कर रही। यह इसलिए कि ऊं साईं हेल्थ केयर के समक्ष बीडीएनआर पथ को घंटों जामकर आवागमन की सुविधा को बाधित करना व कानूनी दाव पेंच से खुद को अलग करते हुए महिला की लाश को देर रात ही बूढ़ी गंडक नदी के त्रिमुहानी घाट के निकट दाह संस्कार कर दिया जाना काफी है। यह बताया जाता है कि संचालक पक्ष के लोगों द्वारा मृतका के ससुर व अन्य के हस्ताक्षर व निशान युक्त आवेदन स्थानीय थाने में दिलवाई गई है। इसकी कॉपी इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल की गई है। अस्पताल प्रबंधक उन पर लगाए जा रहे सभी आरोपों को बेबुनियाद बता रहा है।बुधवार को बीडीएनआर मुख्य पथ को घंटों जाम कर हंगामा खड़ा करने वालों के नेतृत्व आवेदक ही कर रहा था। पुलिस को दिए आवेदन का रोचक पहलू तो यह है कि उसने विगत 21 जून को पुत्रवधू रिकु देवी (25) को प्रसव पीड़ा के कारण श्री साईं हेल्थ केयर अस्पताल का पन में भर्ती कराए जाने की बातें बताई है। कहा है कि इस के क्रम में उसकी पुत्रवधू ने एक लड़का को जन्म दिया और चिकित्सक के निर्देशानुसार पुत्रवधू व पौत्र को लेकर अपने घर चला गया। विगत 23 जून को तबीयत खराब होने के कारण अपनी पुत्रवधू को पुन: इसी हेल्थ केयर में भर्ती कराया। इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। साथ ही लाश का अंत्यपरीक्षण कराना नहीं चाहते है। इस आवेदन पर अपना हस्ताक्षर कर जोगी सिंह, पिकी देवी, सीताराम सिंह आदि ने भी मजबूती देने का प्रयास किया है। थानाध्यक्ष चंद्र कांत गौरी ने बताया कि चूंकि पीड़ित परिवार के आवेदन में मौत का कारण सामान्य बताया गया है। दोनों पक्षों में आपसी सहमति बन चुकी है। इस कारण किसी भी तरह की कर्रवाई पुलिस द्वारा नहीं की गई। वहीं अंचलाधिकारी आदित्य बिक्रम ने बताया कि सड़क जाम और हंगामा की सूचना पर वे श्री साईं हेल्थ केयर के समक्ष पहुंच मामले को शांत कराया था। उस समय पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहे थे। तब, पीड़ित पक्ष को उनके द्वारा थाना भेज दिया गया था। उसके बाद क्या हुआ, उन्हें पता नहीं है। इधर, पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. फुलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय के आसपास करीब दर्जन भर नर्सिंग होम संचालित है। जिसका निबंधन सरकार से अप्राप्त बताया गया है। इसको गंभीरता से लेते हुए उनके कार्यालय द्वारा सिविल सर्जन को पत्र लिखकर गैर-निबंधित स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाले संस्थानों के विरुद्ध करवाई करने का अनुरोध किया गया है। ताकि लोगो का जान माल के खतरे से बचाया जा सके। उन्होंने दावा किया है कि उनके सीएचसी में सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। गम्भीर मामलों में सदर अस्पताल रेफर कर मरीजों को सेवा पहुंचाई जाती है। बताते चलें कि बुधवार को श्री साईं हेल्थ केयर में भर्ती चोचाही निवासी अजय कुमार सिंह की पत्नी रिकू देवी की मौत के बाद स्वजनों ने जमकर बबाल काटा था। आक्रोशित लोगों ने बीडीएनआर पथ को दो घंटे तक जाम कर संचालक के विरुद्ध करवाई एवं मुआवजे की मांग की थी। लोगों ने कर्मियों की पिटाई व वाहन को क्षतिग्रस्त भी कर दिया जाना बताया गया है।

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