मजदूर की हरियाणा में मौत, शव गांव आते ही मचा कोहराम
समस्तीपुर। विभूतिपुर थाना क्षेत्र के महमदपुर सकड़ा वार्ड एक टोले तरुणियां निवासी मजदूर सुधीर
समस्तीपुर। विभूतिपुर थाना क्षेत्र के महमदपुर सकड़ा वार्ड एक टोले तरुणियां निवासी मजदूर सुधीर कुमार की मौत हरियाणा में हो गई। वहां उसके बीमार रहने की बातें बताई गई है। गुरुवार को एम्बुलेंस से मृतक का शव गांव पहुंचा। स्वजनों में चीख- पुकार मच गई। स्वजनों के दहार मारकर रोने से सम्पूर्ण गांव का माहौल गमगीन हो गया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि तरुणियां निवासी छन्नू यादव का 30 वर्षीय पुत्र सुधीर कुमार कई माह से हरियाणा के धिमानी में एक बैग बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता था। विगत कुछ दिनों से वह बुखार से पीड़ित था और चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जा रहा था। धिमानी में ही बुधवार की सुबह अचानक उसकी मौत हो गई। इसके बाद गुरुवार को उसका शव एम्बुलेंस से तरुणियां पहुंची। इसके बाद पूरे गांव में मातम छा गया। मृतक की पत्नी कौशल्या देवी अपने दो वर्षीय पुत्री सुनीला कुमारी और 5 वर्षीय पुत्र राधे कुमार के साथ रो-रो कर बेसुध हो रही थी। मौके पर पूर्व मुखिया मनोज कुमार यादव, पैक्स अध्यक्ष हरि नारायण सिंह समेत दर्जनों लोग ढ़ाढ़स बंधाते रहे। इधर, बुखार के कारण लोगों में आशंका व्यक्त की जाती है कि सुधीर की मौत कोरोना से हुई होगी। लेकिन, कोरोना जांच नहीं हो पाने के कारण इन प्रश्नों का उत्तर ढ़ूंढ़ पाना मुश्किल है। सांड़ के हमले में एक वृद्धा की मौत, दो घायल सरायरंजन। थाना क्षेत्र के भगवतपुर बरईपुरा में बुधवार की शाम बिगड़ैल सांढ़ के हमले में एक वृद्धा की मौत हो गई। वहीं दो अन्य घायल हो गए। मृतका की पहचान गांव के ही स्व. राम लगन पंडित की पत्नी समता देवी (71) के रूप में की गई है। वहीं घायलों में सुरेश भगत की पत्नी विमल देवी (55) तथा हरेश साह की पत्नी सुधा देवी (45) के नाम शामिल हैं। घटना के संबंध में बताया गया है कि उक्त वृद्ध महिला अपने दरवाजे पर खड़ी थी। इसी बीच एक काले रंग के बिगड़ैल सांढ़ ने सींग से उठाकर उन्हें पटक दिया। नतीजतन घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। वहीं बिगड़ैल सांढ़ ने दो अन्य ग्रामीण महिलाओं को भी सींग से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल महिलाओं को इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया है। इधर, मृतका समता देवी के घर उसके पुत्र लालू पंडित, जीवकांत पंडित, पुत्रवधू रीना देवी, पार्वती देवी, पौत्र मुकेश कुमार, दुर्गेश कुमार, विजयकांत सबका रोते-रोते बुरा हाल था।