इलेक्ट्रॉनिक वाट में छेड़छाड़ कर की जाती है घटतौली

समस्तीपुर। जिले के अक्सर डीलरों के द्वारा उपभोक्ताओं को अब इलेक्ट्रॉनिक वाट मशीन से तौल कर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:34 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:34 PM (IST)
इलेक्ट्रॉनिक वाट में छेड़छाड़ कर की जाती है घटतौली
इलेक्ट्रॉनिक वाट में छेड़छाड़ कर की जाती है घटतौली

समस्तीपुर। जिले के अक्सर डीलरों के द्वारा उपभोक्ताओं को अब इलेक्ट्रॉनिक वाट मशीन से तौल कर खाद्यान्न का वितरण किया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक वाट में तौल पर तो 20 किलो वजन दिखते हैं, लेकिन जब उसकी अनाज को दूसरी जगह पर तौला जाता है तो वह महज 18 किलो ही होता है। ऐसा इसलिए होता है कि इलेक्ट्रॉनिक वाट मशीन के मीटर में छेड़छाड़ करने के बाद प्रत्येक किलो में करीब 10 ग्राम का शॉर्टेज कर दिया जाता है। माप तौल विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों की मिलीभगत से मीटर को छेड़छाड़ कर उस इलेक्ट्रॉनिक वाट मशीन डबल वायर सीलिग कर दिया जाता है। हालांकि कुछ विक्रेता खूद भी इस प्रकार का छेड़छाड़ पहले से करवाकर

सिर्फ डबल वायर सीलिग विभाग से करवा लेते हैं। इसको लेकर अक्सर डीलरों एवं उपभोक्ताओं के बीच नोंक-झोंक होते रहता है कितु इस पर कार्रवाई नहीं हो पाती। ऐसा नहीं है कि विभागीय अधिकारी इसकी जांच नहीं करते। जांच तो होती है कितु उस इलेक्ट्रॉनिक वाट मशीन में की गई छेड़छाड़ को वे नजरअंदाज कर जाते हैं। दूसरी ओर जिले के ढेर सारे ऐसे पेट्रोल पंप हैं जहां उपभोक्ताओं के साथ घटमापी की जाती है। बताया जाता है कि एक लीटर में 20 से 30 मिलीलीटर तक पेट्रोल या डीजल कम दिए जाते हैं। यहां भी डिजीटल मीटर को छेड़छाड़ कर उपभोक्ताओं को कम वजन दिया जाता है। ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी जिले के आला अधिकारियों को नहीं है। फिर भी कार्रवाई नहीं होती। इसका नुकसान उपभोक्तओं को उठाना पड़ता है। वहीं इसका फायदा नीचे से लेकर उपर तक के अधिकारी उठाते रहते हैं। दो इंस्पेक्टर एवं चार कर्मियों के भरोसे है पूरा जिला

बता दें कि घटतौली एवं घटमापी को रोकने और उपभोक्ताओं को सही वजन के साथ सामान मिले इसको देखने के लिए सरकार ने माप तौल विभाग को जिम्मा दे रखा है। समस्तीपुर के इंस्पेक्टर शशिभूषण प्रसाद सिंह को रोसड़ा और दलसिंहसराय अनुमंडल का भी प्रभार है। जबकि धनंजय प्रसाद पटोरी के इंस्पेक्टर हैं। पटोरी अनुमंडल बने काफी अरसे हो गए लेकिन माप तौल विभाग का वहां अपना कार्यालय नहीं है। पटोरी अनुमंडल के इंस्पेक्टर समस्तीपुर स्थित बस स्टैंड स्थित जर्जर कार्यालय में ही बैठते हैं। यहीं से पटोरी अनुमंडल का कार्य होता है। जबकि रोसड़ा में दूरदर्शन कार्यालय के भवन में माप तौल विभाग का कार्यालय चलता। वहीं दलसिंहसराय में यह किसान भवन में चल रहा है। हालांकि माप तौल विभाग का हाइटेक कार्यालय बाजार समिति में बन रहा है जो संभव है अगले महीने तक उसमें यह विभाग शिफ्ट हो जाएगा। दो इंस्पेक्टर के अलावा समस्तीपुर में एक प्रधान लिपिक है, रोसड़ा, दलसिंहराय और पटोरी में महज एक-एक-एक कर्मी पोस्टेड है। सरकार के द्वारा निर्धारित राजस्व लक्ष्य को कर दिया जाता है पूरा

सबसे बड़ी बात तो यह है कि सरकार के द्वारा निर्धारित लक्ष्य को विभाग के अधिकारी एवं कर्मियों के द्वारा लगभग पूरा कर दिया जाता है। इस साल कोरोना के कारण थोड़ी परेशानी हुई और लक्ष्य का मात्र 85 प्रतिशत ही पूरा हो सका। इसमें भी दलसिंहसराय, समस्तीपुर और पटोरी अनुमंडल से राजस्व लक्ष्य लगभग पूरा हो गया। डोर टू डोर चलाया जाता है अभियान

समस्तीपुर के इंस्पेक्टर शशि भूषण प्रसाद सिंह बताते हैं कि उपभोक्ताओं को सही वजन मिले इसको लेकर सप्ताह में चार से पांच दिन डोर- टू-डोर अभियान चलाया जाता है। लगातार प्रतिष्ठानों पर पहुंचकर माप-तौल उपकरणों की जांच की जाती है। हाट-बाजार के फल्, सब्जी, मछली, मीट एवं गल्ला कारोबारी के प्रतिष्ठानों पर भी पहुंचकर जांच की जाती है। जांच के दौरान गड़बड़ी किए जाने पर जुर्माना भी वसूल किया जाता है। जुर्माना जमा नहीं करने पर विधि सम्मत कार्रवाई होती है। एक दिन पहले ताजपुर के गांधी चौक पर अभियान चलाकर 17 दुकानदारों पर कार्रवाई करते हुए जुर्माना किया गया है। उनसभी को नोटिस भी दिया गया है। इसमें मिठाई, किराना, कबाड़ी, कोयला, सीमेंट एवं छड़ के साथ-साथ फल-सब्जी की दुकानें हैं।

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