विभाग तथा वरीय पदाधिकारी के आदेश के बाद भी नहीं हुई जलनिकासी की व्यवस्था

समस्तीपुर। सरकार के नगर विकास विभाग द्वारा भले ही शहरों में जलनिकासी की व्यवस्था सु²ढ़ कर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 10:50 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:50 PM (IST)
विभाग तथा वरीय पदाधिकारी के आदेश के बाद भी नहीं हुई जलनिकासी की व्यवस्था
विभाग तथा वरीय पदाधिकारी के आदेश के बाद भी नहीं हुई जलनिकासी की व्यवस्था

समस्तीपुर। सरकार के नगर विकास विभाग द्वारा भले ही शहरों में जलनिकासी की व्यवस्था सु²ढ़ करने को ले सख्त आदेश निर्गत किया गया हो या उसके आलोक में अनुमंडल और जिला स्तर के पदाधिकारियों द्वारा लगातार निर्देश जारी किया जा रहा हो पर रोसड़ा नगर परिषद प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं दिखता है। यही कारण है कि मानसून के पहली बरसात में ही शहर में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सबसे बुरा हाल अनुमंडल के प्रशासनिक महकमा का है। कार्यालय से लेकर आवासीय परिसर तक वर्षा के पानी से घिर चुका है। अभी भी समय रहते जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की गई तो बरसात के मौसम में रोसड़ा का एक बड़ा भाग पानी में तैरता नजर आएगा। बताते चलें कि नगर विकास विभाग द्वारा जारी सख्त आदेश के आलोक में जिलाधिकारी द्वारा भी शहर को जलभराव से मुक्त रखने संबंधित आदेश निर्गत किया गया। और तो और डीएम के निर्देश पर ही अनुमंडलाधिकारी ब्रजेश कुमार ने कार्यपालक पदाधिकारी एवं मुख्य पार्षद समेत नप कर्मियो के साथ बैठक कर जल निकासी के लिए कई बिदु पर योजना भी तैयार की गई। उक्त बैठक का भी एक पखवारा से अधिक बीतने को है लेकिन नगर परिषद सारी कार्य योजनाओं को कागज में ही सिमट कर रखा है। इससे स्पष्ट है कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी अनुमंडल कार्यालय, व्यवहार न्यायालय एवं आवासीय परिसर के साथ-साथ उपकारा रोसड़ा, पशु चिकित्सालय, व्यापार मंडल तथा स्टेडियम मैदान सहित शहर के इस निचले हिस्से को महीनों झील में तब्दील रहना निश्चित है। दूसरी ओर शहर के अन्य हिस्सों में भी जल निकासी की व्यवस्था चरमराई रहने के कारण जगह-जगह जल जमाव की समस्या बनी हुई है। महादेव मठ, बड़ी दुर्गा स्थान के साथ-साथ नायक टोली आदि मोहल्लों में जल निकासी की गंभीर समस्या बनी है। वर्षों से स्थानीय लोगों द्वारा इस समस्या से निजात के लिए आवाज बुलंद किया जा रहा है, लेकिन अनदेखी की बोझ के तले मोहल्ला वासियों की आवाज भी दब चुकी है। इसके अलावा लक्ष्मीपुर, आदर्श नगर, फुलवरिया समेत कई मोहल्लों एवं सड़कों पर जलजमाव की स्थिति बने रहने के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

कोट :

जल निकासी की समस्या दूर करने के लिए बोर्ड से भी प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। विगत 28 मई को अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक के दौरान संप हाउस बनाने कथा बड़े नालों को सेक्शन पाइप से उड़ाही करने का निर्देश दिया गया था। बावजूद कार्यपालक पदाधिकारी की अनदेखी के कारण इस समस्या से निजात दिलाने की ओर अब तक कार्य प्रारंभ भी नहीं हो सका है। पुन: पदाधिकारी को निदेशित किया जा रहा है।

श्याम बाबू सिंह

मुख्य पार्षद, नगर पंचायत, रोसड़ा

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