उधार में बंट गए जीविका दीदियों के दो करोड़ चौंसठ लाख से अधिक के मास्क

- 1709512 मास्क बनाकर जीविका दीदियों ने दिए नहीं मिली फूटी कौड़ी -एक मास्क की कीमत 1

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 12:02 AM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 12:02 AM (IST)
उधार में बंट गए जीविका दीदियों के दो करोड़ चौंसठ लाख से अधिक के मास्क
उधार में बंट गए जीविका दीदियों के दो करोड़ चौंसठ लाख से अधिक के मास्क

- 17,09,512 मास्क बनाकर जीविका दीदियों ने दिए, नहीं मिली फूटी कौड़ी

-एक मास्क की कीमत 15 रुपये के हिसाब से 2,56,42,680 रुपये बकाया

जास, समस्तीपुर : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क जरूरी है। सरकार सभी को मास्क उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। जीविका दीदी से ही मास्क की खरीदारी करने का निर्देश दिया। जिसके बाद दिन-रात एक कर मास्क बनाकर प्रशासन के माध्यम से पंचायत को उपलब्ध कराने वाली जीविका दीदियों को अब तक फूटी कौड़ी भी नहीं मिल पाई है। उधार में ही उनके 2,56,42,680 रुपये के मास्क बंट गए। किसी भी प्रखंड से मास्क का पैसा अभी तक नहीं मिल पाया है। इस साल जीविका दीदियों ने 19,06,236 मास्क बनाए। इनमें से 15-15 रुपये की दर पर 17,09,512 मास्क जीविका दीदियों ने बनाकर प्रखंडों को दिए। अब भी जीविका दीदी के पास 1,96,724 मास्क जीविका दीदियों के पास पड़े हुए हैं। उनका खरीदार नहीं मिल रहा है। डीपीएम जीविका का कहना है कि 1263 जीविका दीदियां द्वारा कुल 35 केन्द्रों पर मास्क बनाने का कार्य करती हैं। जीविका दीदियों के बनाए मास्क की तारीफ हर कोई करता है। डीएम शशांक शुभंकर कई मौकों पर इसकी तारीफ भी कर चुके हैं। क्यों नहीं मिल रहे खरीदार,करीब दो लाख बचे हैं अब भी स्टॉ में

जीविका दीदियों के मास्क जब इतने पसंद आते हैं तो उनके खरीदार क्यों नहीं मिलते। खरीदे गए मास्क का भुगतान क्यों नहीं होता। इस सवाल पर डीपीएम जीविका ने सबकुछ बताया। उनका कहना है कि पिछले साल कोरोना काल में मुखियों के जरिये मास्क खरीदने व वितरण की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, उन लोगों ने कह दिया कि इधर-उधर से मास्क का इंतजाम कर बांट दिया गया। जीविका दीदियों के मास्क पड़े रह गए। उसके बाद पंचायत सचिवों को इस हिदायत के साथ मास्क बांटने की जिम्मेवारी सौंपी गई कि उसका वितरण कर पैसे का कलेक्शन करेंगे। सभी प्रखंडों के बीडीओ को इसकी देखरेख करनी थी। पता चला कि किसी प्रखंड से पैसा वसूल नहीं हो पाया। उधार में मास्क भी बंट गए। उधारी में मास्क बिक जाने से जीविका दीदियों का मन भारी हो गया। उनके पास मास्क का स्टॉक जमा है मगर उसके उठाव व वितरण में न तो पंचायत सचिव दिलचस्पी ले रहे हैं न बीडीओ ही। जबकि जितना का ऑर्डर दिया गया था, उससे थोड़ा कम ही मास्क उपलब्ध कराया गया है।

कोट

पंचायत सचिव मास्क का भुगतान नहीं करा पा रहे हैं। जबकि सभी जीविका दीदियों के बैंक खाता का डिटेल ऑनलाइन अपलोड कर उपलब्ध करा दिया गया है। राज्य सरकार ने इस मद में राशि भी आवंटित कर दी है। यदि जल्द भुगतान हो जाता तो कोरोना काल में दिनरात मेहतन करने वाली जीविका दीदियों को भी प्रोत्साहन मिलता। उन्हें अपनी मेहनत का पैसा मिल जाता।

गणेश पासवान, डीपीएम जीविका, समस्तीपुर प्रखंड प्रशासन द्वारा किया गया डिमांड कुल उत्पादित मास्क, उपलब्ध कराए गए मास्क

1 मोहनपुर 50200 54200 50200

2 खानपुर 38000 61400 48000

3 समस्तीपुर 72720 72720 72720

4 पूसा 72000 45240 45240

5 दलसिंहसराय 87634 93954 87634

6 हसनपुर 25000 67366 63200

7 कल्यापुर 407300 303300 407300

8 ताजपुर 32000 111000 56000

9 उजियारपुर 55210 55325 49631

10 मोहिउद्दीननगर 136000 64200 112000

11 बिथान 72000 145650 87000

12 रोसड़ा 152500 83881 55870

13 वारिसनगर 207265 130000 128100

14 सिघिया 142500 110000 104500

15 पटोरी 20000 10000 20000 10000

16 सरायरंजन 57280 57280 52900

17 विद्यापतिनगर 76650 78500 76650 18 विभूतिपुर 100000 45000 42700

19 मोरवा 31800 38800 44800

20 शिवाजीनगर 105798 110064 106687

chat bot
आपका साथी