अग्निशमन कार्यालय में घुसा बारिश का पानी, हर साल की यही कहानी

समस्तीपुर। जिले में लगातार हो रही बारिश ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोल दी है। कई विभागों म

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 11:18 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 11:18 PM (IST)
अग्निशमन कार्यालय में घुसा बारिश का पानी, हर साल की यही कहानी
अग्निशमन कार्यालय में घुसा बारिश का पानी, हर साल की यही कहानी

समस्तीपुर। जिले में लगातार हो रही बारिश ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोल दी है। कई विभागों में जलजमाव वहां की बदहाली को बयां करने के लिए काफी है। विधि महाविद्यालय के समीप स्थित अग्निशमन विभाग के कार्यालय में रविवार मूसलाधार बारिश के बाद घुटने तक पानी भर गया। रेडियो समेत अन्य उपयोगी संयत्र को ऊंची जगह पर रखकर भींगने और खराब होने से बचाया। कार्यालय में ऐसी कोई जगह नहीं बची, जहां बैठकर कर्मचारी काम कर सकें। चारों तरफ पानी ही पानी लगी रही। गाड़ियां कीचड़ में फंसी हैं, कोई कॉल आ जाए तो उनका निकलना भी मुश्किल। जिला अग्निशमन पदाधिकारी का चैंबर हो या अन्य कर्मियों के लिए ओपन एरिया, सभी जलमग्न। खाना बनाने के लिए मेस हो या रहने के लिए कमरा, सब एक जैसे। सिलिग टूटकर नीचे गिरने से कर्मी भयभीत नजर आ रहे हैं। तीन जर्जर कमरों और एक ओपन एरिया में यह विभाग चलता है। इसमें भी एक हिस्से में कर्मियों के लिए खाना बनता है। पूरा विभाग एक हिस्से में सिमट गया है। यहां तैनात अग्निशमन पदाघिकारी सुरेंद्र सिंह का कहना है कि हर साल यही कहानी है। विभाग को यहां की समस्या से कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कभी ध्यान नहीं दिया गया। विभाग में जैसे-तैसे खुद से व्यवस्था करनी पड़ती है। पिछले कई दिनों से इतनी बारिश हो रही। पूरा कार्यालय जलमग्न है। अभी हम ड्यूटी करें या कार्यालय से पानी निकालें। पानी नहीं निकलेंगे तो झेलना हमलोगों को ही है। बारिश होने पर छत से पानी टपक रहा है। कर्मचारी इसी भवन में किसी तरह गुजर बसर करते हैं। कार्यालय में जलजमाव के चलते प्लास्टिक तान कर रसोई बनाने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। कर्मियों के बैरक व कार्यालय व रसोईघर में घुटने पर पानी है। 24 घंटे मोटरपंप चलाकर पानी निकाला जा रहा है। अग्निशमन विभाग के बगल में गृहरक्षा वाहिनी समादेष्टा कार्यालय व सदर डीएसपी कार्यालय की स्थिति भी ऐसी ही है। जर्जर भवन में रह रहे जवान दिन-रात मेहनत कर पानी निकाल रहे हैं। कमरे में जहां-तहां पानी भर गया। प्लास्टिक तानकर जैसे-तैसे बचने की कोशिश की, पर वह नाकाफी रहा। सभी कर्मी बीमारी की आशंका से भयभीत नजर आ रहे हैं।

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