इस्लाम और आशीष तो प्यादे, इंचार्ज के इशारे पर हो रहा था काम

समस्तीपुर। बैंकों से नकद लेकर एटीएम में रुपया लोड करने वाली एक निजी एजेंसी को झांसा देकर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Jun 2021 11:23 PM (IST) Updated:Mon, 28 Jun 2021 11:23 PM (IST)
इस्लाम और आशीष तो प्यादे, इंचार्ज के इशारे पर हो रहा था काम
इस्लाम और आशीष तो प्यादे, इंचार्ज के इशारे पर हो रहा था काम

समस्तीपुर। बैंकों से नकद लेकर एटीएम में रुपया लोड करने वाली एक निजी एजेंसी को झांसा देकर 2 करोड़ 70 लाख गबन मामले में जेल में बंद आरोपित लोकेशन इंचार्ज दिवाकर सिंह की भूमिका पूरी तरह संदेह के घेरे में है। उसे ही गबन का स्थानीय मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस्लाम और आशीष तो केवल प्यादे थे। वे दोनों दिवाकर के इशारे पर ही काम करते थे। सूत्रों की मानें तो गबन की पूरी साजिश दिवाकर सिंह की रची हुई है। उसने कस्टोडियन इस्लाम और आशीष को लालच देकर एटीएम से रुपये निकालने के लिए प्रेरित किया था। मामला उजागर होने के बाद पकड़े गए दोनों कस्टोडियन ने पूछताछ में पुलिस को यह बात भी बताई थी। दिवाकर इस बात से वाकिफ था कि जब भी गबन की बात सामने आएगी तो दोनों कस्टोडियन इस्लाम और आशीष पर ही कार्रवाई होगी। क्योंकि, दोनों कस्टोडियन बैंक से रुपये निकालकर एटीएम में भरने का काम करता है। सीएमएस के द्वारा उक्त दोनों कर्मियों को विभिन्न बैंकों से नकद लेकर एटीएम में भरने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके लिए उक्त कंपनी द्वारा दोनों को विभिन्न बैंकों के एटीएम व चेक बुक दिये गए थे। लोकेशन इंचार्ज होने के कारण दोनों कर्मी उसी के इशारे पर काम करते रहे। अब पुलिस सभी बिदुओं पर जांच करते हुए पकड़े गए आरोपितों के नेटवर्क को खंगाल रही है। जांच की जद में कई और लोगों के नाम शामिल हैं। फिलहाल, पुलिस तीनों कर्मियों को रिमांड पर लेने की तैयारी में है। पुलिस का मानना है कि पकड़े गए आरोपितों से गहन पूछताछ की जरूरत है। पकड़े गए आरोपितों के सभी बैंक अकाउंट भी सील किए जाएंगे। इसके लिए प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। इधर, गबन की बात सामने आने के बाद सीएमएस द्वारा बैंको से फिर आडिट कराने का काम शुरू कर दिया है। ऑडिट के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि दोनों कर्मियों को कितनी राशि दी गई थी।

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