नल जल योजना बना रोजगार का साधन
सरकार जिस उद्देश्य से जनकल्याणकारी योजना संचालित करती है,इसके ठीक विपरित लोग इस लाभ को दूसरे रूप में लेते हैं।
समस्तीपुर । सरकार जिस उद्देश्य से जनकल्याणकारी योजना संचालित करती है,इसके ठीक विपरित लोग इस लाभ को दूसरे रूप में लेते हैं। लोगो को शुद्ध जल पीने के लिए नल जल योजना का शुभारंभ किया गया। पर कतिपय लोगों ने इस जल का व्यवसायीकरण आरंभ कर दिया। इस शुद्ध जल को 50 रुपये घंटा के हिसाब से खेत में पटाया जा रहा है। प्रखंड के श्रीपुरगाहर पश्चिमी पंचायत में कुछ लोगों ने इस नल जल योजना को रोजगारोन्मुखी बना लिया है। कई जगहों पर पानी पटवाया जा रहा है तो कई जगहों पर मवेशी का स्नान हो रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार की कल्याणकारी योजना को दुरूपयोग करने से नही चूक रहे हैं। बता दें कि श्रीपुरगाहर पश्चिमी पंचायत में नल जल योजना अंतर्गत समरसेबुल बो¨रग तो गारा गया लेकिन पाईप लाईन कार्य नही हुआ है। स्थानीय मुखिया राम नरेश माझी ने बताया कि ऐसी जानकारी नही है।