वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर गन्ने के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं किसान

समस्तीपुर। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा स्थित ईख अनुसंधान संस्थान के परिसर में किसानों के लिए गन्ना उत्पादन प्रसंस्करण एवं रोजगार सृजन के विषय पर 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन मंगलवार को किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:22 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:22 PM (IST)
वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर गन्ने के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं किसान
वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर गन्ने के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं किसान

समस्तीपुर। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा स्थित ईख अनुसंधान संस्थान के परिसर में किसानों के लिए गन्ना उत्पादन, प्रसंस्करण एवं रोजगार सृजन के विषय पर 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन मंगलवार को किया गया। मौके पर मुख्य अतिथि सह विवि के अधिष्ठाता स्नाकोत्तर कृषि महाविद्यालय डॉ. केएम सिंह और विशिष्ट अतिथि डॉ. ओपी चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए मुख्य अधिष्ठाता ने कहा कि गन्ना उत्पादन के क्षेत्र में किसान अगर नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करेंगे तो निश्चित रूप से उनका फसल उत्पादन बेहतर होगा। उन्होंने किसानों को गन्ने की नई उन्नत किस्में, उसकी विशेषताएं और उत्पादन क्षमता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसान गन्ना से नए- नए उत्पाद बनाकर तथा उसे अच्छे मूल्य पर बाजारों में बेचकर भी बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं। विशिष्ट अतिथि ने किसानों से कहा कि वे गन्ना की खेती में जलजमाव रोधी किस्मों का अधिक से अधिक उपयोग करें। उन्होंने कहा कि बिहार के गन्ना उत्पादक किसान खासकर यहां की जलवायु से संबंधित प्रभेदों की खेती करें ताकि उन्हें अधिक से अधिक मुनाफा हासिल जो सके। उन्होंने किसानों को गन्ना की खेती के साथ-साथ अन्य उपयोगी सह फसल को भी लगाने की जानकारी दी। जिला कृषि पदाधिकारी ने सरकार के द्वारा गन्ना उत्पादन को लेकर चलाए जा रहे विभिन्न गन्ना विकास योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने किसानों को इसके अलावे गन्ना उत्पादन में नई तकनीक, उर्वरक प्रबंधन व फसल चक्र आदि की बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य और विशिष्ट अतिथि के द्वारा प्रशिक्षण निर्देशिका का विमोचन भी किया गया। इस प्रशिक्षण में कुल 30 गन्ना उत्पादक किसान हिस्सा ले रहे हैं। मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार, डॉ. सिद्धनाथ सिंह, ईंख अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. अनिल कुमार सिंह, डॉ. एसके ठाकुर, डॉ. नवनीत कुमार, डॉ. डीएन कामत, डॉ. सीके झा आदि मौजूद थे।

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