धरती के अंदरूनी तत्वों का दोहन भूकंप का कारण

वारिसनगर प्रखंड की हांसा पंचायत के शिव मंदिर फलहारी स्थान नागरबस्ती उमवि नागरबस्ती नवीन प्राथमिक विद्यालय बहादुरगंज तथा सारी पंचायत के मध्य विद्यालय सारी में भूकंप सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Jan 2020 12:41 AM (IST) Updated:Wed, 29 Jan 2020 12:41 AM (IST)
धरती के अंदरूनी तत्वों का दोहन भूकंप का कारण
धरती के अंदरूनी तत्वों का दोहन भूकंप का कारण

समस्तीपुर । वारिसनगर प्रखंड की हांसा पंचायत के शिव मंदिर फलहारी स्थान नागरबस्ती, उमवि नागरबस्ती नवीन, प्राथमिक विद्यालय बहादुरगंज तथा सारी पंचायत के मध्य विद्यालय सारी में भूकंप सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं अनमोल उपहार सेवा फाउंडेशन के तत्वावधान में कलाकार सौरभ कुमार, विशाल कुमार गुप्ता, अंबर मिश्रा, निशांत कुमार, महेंद्र कुमार, अमिताभ कौशल, आदित्य कुमार आदि ने गीत एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भूकंप से पहले एवं बाद तथा भूकंप आने पर क्या करें, क्या न करे और उससे बचने का उपाय बताया। भूकंप आने पर रूको, ढ़को और पकड़ो, बिजली का पोल, वृक्ष आदि से दूर रहने, गैस सिलेंडर एवं बिजली का स्वीच ऑफ करने, खुले स्थान का उपयोग करने की जानकारी दी गई। मौके पर प्रधानाध्यापक अशोक रजक, संजय कुमार, कासीम सवां, औसेफा के निदेशक देव कुमार, सुरेश कुमार, इम्तियाज अहमद, कृष्ण मुरारी पूर्वे, रंजन कुमारी आदि मौजूद रहे। सुरक्षा के साथ भूकंप के कारणों का निदान परम आवश्यक

सरायरंजन,संस: भूकंप की सुरक्षा के उपायों के साथ ही भूकंप के कारणों का निदान किया जाना परम आवश्यक है। उक्त बातें स्थानीय केएसआर कॉलेज सरायरंजन में एनएसएस द्वारा आयोजित राष्ट्रीय भूकंप सुरक्षा सप्ताह समारोह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए हिदी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.अवधेश कुमार झा ने कहीं। प्रो. झा ने स्पष्ट किया कि धरती के अंदरूनी तत्वों का दोहन भूकंप का सबसे बड़ा कारण है। भूकंप के अंदरूनी तत्वों का दोहन जितना ही कम होगा भूकंप की संभावना उतनी ही कम होगी। इसके साथ ही डॉ. जाने भूकंप से संबंधित सुरक्षा के उपायों पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ. शेखर प्रसाद चौधरी ने छात्र-छात्राओं को भूकंप से सुरक्षा के संबंध में प्रशिक्षण दिया। अध्यक्षता करते हुए डॉ. पवन कुमार चौधरी ने पक्के मकान के साथ-साथ, फूस के कच्चे घर का भी अपने प्रांगण में होना भूकंप से बचाव के लिए महत्वपूर्ण उपाय बताया। संचालन एनएसएस के संयोजक डॉ. गगनदेव चौधरी ने किया। डॉ.सुधीर कुमार सिंह, डॉ. सुधीर कुमार झा, स्वागत गान नीतू कुमारी ने प्रस्तुत किया। कौशल किशोर, नेहा कुमारी, ज्योति प्रिया, शेखर सुमन आदि ने समारोह को संबोधित किया। मौके पर अधिकांश शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी छात्र एवं छात्राएं मौजूद थीं।

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