जबरन वसूली के विरोध में ई-रिक्शा चालकों ने डीआरएम के समक्ष किया प्रदर्शन

स्टेशन परिसर में पार्किंग में अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए आटो और ई-रिक्शा चालकों ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। सभी आंदोलनकारी ई-रिक्शा के साथ डीआरएम कार्यालय पर पहुंचे। इससे मुख्य सड़क पूरी तरह जाम हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 02:15 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 02:15 AM (IST)
जबरन वसूली के विरोध में ई-रिक्शा चालकों ने डीआरएम के समक्ष किया प्रदर्शन
जबरन वसूली के विरोध में ई-रिक्शा चालकों ने डीआरएम के समक्ष किया प्रदर्शन

समस्तीपुर । स्टेशन परिसर में पार्किंग में अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए आटो और ई-रिक्शा चालकों ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। सभी आंदोलनकारी ई-रिक्शा के साथ डीआरएम कार्यालय पर पहुंचे। इससे मुख्य सड़क पूरी तरह जाम हो गया। आंदोलनकारियों का जत्था शहर के कर्पूरी बस पड़ाव के समीप बिहार राज्य ई-रिक्शा और आटो चालक संघ कार्यालय में उपस्थित हुआ। इसके उपरांत आंदोलनकारी ई-रिक्शा के साथ मार्च करते हुए डीआरएम कार्यालय पर पहुंचे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आरपीएफ और जीआरपी तैनात रही। आंदोलनकारियों ने रेल प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की। आंदोलनकारियों से सहायक वाणिज्य प्रबंधक ने वार्ता की। इसमें संघ की ओर से मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया। प्रबंधक ने आश्वस्त किया कि पार्किंग में अवैध वसूली पर पूरी तरह से रोक लगेगी। फिर भी ऐसा नहीं करने पर ठेका रद कर दिया जाएगा। इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ। मौके पर मनोज कुमार गुप्ता, मो. गुफरान, पवन झा, मो. रिजवान सितारे, मो. हुसैन, प्रमोद गुप्ता, मो. असलम, मनोज राय, संजय राय, अनिल राय, राजा राम यादव, पप्पू पासवान आदि उपस्थित रहे। स्टेशन पर ई-रिक्शा चालकों से अवैध वसूली पर जताया विरोध :

वार्ता से पूर्व एक सभा हुई। अध्यक्षीय संबोधन में सीटू राज्य सचिव डा. एसएम असगर इमाम ने कहा कि शहर में ई-रिक्शा चालकों को स्टैंड टॉल शुल्क नहीं लगता है, इसके बावजूद चालकों से जबरन वसूली की जाती है। स्टेशन के दोनों ओर अवैध रूप से आटो एवं ई-रिक्शा चालकों से 100 से 150 रुपये वसूली की जा रही है। विरोध करने पर गाली-गलौज करते हुए धमकी दी जाती है। इसके अलावा रेलवे गंडक कालोनी में भी आटो चालकों से अवैध वसूली बंद कराने की मांग की।

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