ई-रिक्शा चालक हत्याकांड का पर्दाफाश, मुंगेर से बदमाश गिरफ्तार
दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के बल्लोचक गांव निवासी घूरन पासवान के पुत्र ई- रिक्शा चालक दिलीप पासवान की हत्या लूट को लेकर हुई थी। हत्याकांड में शामिल मुख्य बदमाश को दलसिंहसराय पुलिस ने लूटे गए मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार कर लिया।
समस्तीपुर । दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के बल्लोचक गांव निवासी घूरन पासवान के पुत्र ई- रिक्शा चालक दिलीप पासवान की हत्या लूट को लेकर हुई थी। हत्याकांड में शामिल मुख्य बदमाश को दलसिंहसराय पुलिस ने लूटे गए मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार कर लिया। दलसिंहसराय थाना परिसर में प्रेसवार्ता के दौरान डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि दलसिंहसराय थाना में दर्ज कांड संख्या 108/2021 में थानाध्यक्ष कुमार ब्रजेश के नेतृत्व में एसआइटी टीम में शामिल दारोगा महानंद सोरेन, नंदकिशोर यादव और पुलिस बल ने एक बदमाश को मुंगेर जिला के कासिम थाना क्षेत्र के लतलु पोखर वार्ड संख्या 31 निवासी नोखे सहनी के पुत्र बच्चन सहनी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश के पास से लूटे गए मोबाइल को भी बरामद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि बल्लोचक निवासी ई-रिक्शा चालक दिलीप पासवान को उसके ही एक मित्र मछली कारोबारी चकनवादा के सुनील सहनी अपने कुछ साथी के साथ मछली लाने की बात कहते हुए दिलीप को ले गए। जिसके बाद ई- रिक्शा लूटने के लिए अपने साथी मुंगेर से गिरफ्तार बदमाश बच्चन सहनी के साथ मिलकर दिलीप की हत्या करते हुए ई - रिक्शा लूट ली। बच्चन सहनी अपने कुछ साथी के साथ मिलकर बिहार के कई थानों में ई-रिक्शा चोरी करने के साथ लूटने का काम करता था। इसका एक साथ इसी ई-रिक्शा लूट मामले में पटना के बाढ़ जेल में बंद है। वही इस मामले में पुलिस ने चकनवादा के सुनील सहनी को गिरफ्तार कर एक बाद जेल भेज दिया था । गौरतलब हो कि बीते 18 अप्रैल 2021 को लापता ई रिक्शा चालक का शव मंसूरचक थाना क्षेत्र से मिलने बाद आक्रोशित स्वजनों के साथ ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते डैनी पगड़ा चौक के पास एनएच 28 को सात घंटों तक जाम कर दिया था । हालांकि डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय की पहल के बाद जाम समाप्त हुआ था । इससे पूर्व दलसिंहसराय पुलिस ने आरोपित सुनील को गिरफ्तार कर बुधवार को ही जेल भेज चुकी है। दादी और पिता के बाद सुहानी ने भी तोड़ा दम
विभूतिपुर थाना क्षेत्र की बोरिया पंचायत अंतर्गत जोगिया गांव की सुहानी कुमारी की मौत इलाज के दौरान शनिवार को हो गई। वह गैस सिलेंडर लिकेज की वजह से आग लगने के कारण झुलस गई थी और एक निजी अस्पताल में इलाजरत थी। इलाज के दौरान हुई मौत के बाद मृतका के शव को गांव लाया गया। इसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। बताया जाता है कि विगत 30 अगस्त को खाना बनाने के क्रम में गैस सिलेंडर के पाइप लिकेज के वजह से आग लग गई थी। इसमें गांव के हीं राजेन्द्र पासवान, उनकी पत्नी सरिता देवी, पुत्र मिथुन कुमार और इसकी पुत्री सुहानी कुमारी बुरी तरह झुलस गई थी। आनन -फानन में सभी को उपचार हेतु एक अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान आंगनवाड़ी केन्द्र की सहायिका व घटना में जख्मी सरिता देवी की मौत इलाज के क्रम में विगत 13 सितम्बर को हो गई थी। इसके बाद इलाज के दौरान हीं विगत 15 सितम्बर को दिवंगत सरिता के पुत्र मिथुन की मौत हो गई। इसके बाद 25 सितम्बर को इलाज के दौरान ही सुहानी कुमारी की भी मौत हो गई। जबकि राजेंद्र पासवान का इलाज निजी चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।