जोरदार बारिश से नदी-नाले उपटने लगे, कच्चे मकान धाराशायी हुई

समस्तीपुर। जिले के कई प्रखंडों में रविवार की देर रात मुसलाधार बारिश हुई। मेघगर्जन के साथ करीब तीन से चार घंटे तक हुई जोरदार बारिश से लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:45 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:45 PM (IST)
जोरदार बारिश से नदी-नाले उपटने लगे, कच्चे मकान धाराशायी हुई
जोरदार बारिश से नदी-नाले उपटने लगे, कच्चे मकान धाराशायी हुई

समस्तीपुर। जिले के कई प्रखंडों में रविवार की देर रात मुसलाधार बारिश हुई। मेघगर्जन के साथ करीब तीन से चार घंटे तक हुई जोरदार बारिश से लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। वहीं, फसलें भी पूरी तरह डूब गई है। सड़कों पर जलजमाव से आवागमन में परेशानी शुरू हो गई है। इसके कारण आमलोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। फसलों के साथ-साथ आगामी फसलों पर भी इसका असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।

बता दें कि रविवार की देर रात जिले के ताजपुर, पूसा, सरायरंजन, मोरवा, उजियारपुर, सरायरंजन समेत अन्य प्रखंडों में भारी बारिश हुई। मेघगर्जन के बाद ही कई जगहों पर बिजली भी गिरने की सूचना है। इस बारिश के कारण लोगों को घरों से निकलना भी मुश्किल हो गया है। वहीं, किसानों की परेशानी भी बढा दी है। बारिश के कारण सब्जियों की फसलों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। फसलें पूरी तरह डूब गई है। हल्दी, ओल, अदरख, भिडी, करैला, नेनुआ, बैगन, कद्दू, परवल, फूलगोभी आदि की फसलों को जबरदस्त नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है इस सीजन की सर्वाधिक बारिश रविवार की देर रात हुई है। इतनी बारिश एक दिन में कभी नहीं हुई। भारी बारिश के कारण कई कच्चे मकान भी धराशायी हो गए। वहीं सड़कों पर जलजमाव से आवागमन बाधित हो गया है। लोगो के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इस बारिश से सर्वाधिक नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि दस-पंद्रह साल से जिन खेतों में कभी पानी जमा नहीं हुआ, वहां भी एक से दो फीट तक पानी लग गया है। किस प्रखंड में हुई कितनी बारिश दलसिंहसराय - 21.2

कल्याणपुर - 10.6 खानपुर - 8.4

मोरवा - 96.4

पूसा - 47.8

पटोरी - 36.4

समस्तीपुर - 43.4

सरायरंजन - 104.00 शिवाजीनगर - 12.6

ताजपुर - 109.8

उजियारपुर - 98.2

वारिसनगर -8.2 -----------------------

भारी बारिश से जलमग्न हुआ इलाका पूसा रोड, संस : सोमवार को तड़के क्षेत्र में बिजली चमकने एवं गरज के साथ भारी वर्षा हुई। बारिश के कारण लगभग सभी स्थानों में जल जमाव हो गया है। निचले इलाके में तो पहले से ही जल जमाव है। सोमवार की तड़के हुई भारी वर्षा से जल जमाव में काफी वृद्धि हो गई है। सभी चौर पानी से भरा हुआ है। इस वर्षा से भीठ खेतों में भी जल जमाव देखा जा रहा है। सबसे बडी़ समस्या किसानों के लिए हो गयी है। अधिकांश चौर में धान की रोपनी नहीं हो सकी। जिन खेतों में धान रोपे गये वह पौधे अब डूब रहे हैं। अगात सब्जी की खेती करने वाले किसानों के जान सांसत में है। खेतों में अधिक नमी रहने के कारण जुताई नहीं हो पा रही है। अगात फूलगोभी एवं बैगन की नर्सरी में जल जमाव हो गया है। जिससे किसानों की नर्सरी में लगे पौधों का सूखना तय माना जा रहा है। वर्तमान मे जिन खेतों में परवल, कद्दू, घीउरा जैसे सब्जी की फसल लगी हुई है वह भी रोज हो रही बारिश से सूखती जा रही है। कैजिया विष्णुपुर, गंगापुर, पातेपुर, गोपालपुर, मोरसंड, कुबौलीराम सहित अन्य गांवों के युवा किसानों ने बताया कि बाजार की महंगाई के बाद प्रकृति के प्रकोप से उनके समक्ष भारी संकट उत्पन्न हो गया है। उनकी मेहनत में कोई कमी नहीं हैं लेकिन पूंजी डूबने की आशंका से बे सब हलकान हैं। ----------------------

गंगा के जलस्तर में हो रही लगातार बढोतरी

उत्तर भारत में हो रही लगातार बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में बढोतरी शुरू हो गई है। एक दिन में करीब 50 सेंटीमीटर जलस्तर में बढोतरी दर्ज की गई है। बूढी गंडक, करेह, बागमती आदि का जलस्तर लगातार घट रहा है। जबकि गंगा के जलस्तर में एक बार फिर बढोतरी शुरू हो गई है। मोहनपुर के सरारी घाट पर गंगा का जलस्तर सोमवार की सुबह 45.50 रिकार्ड किया गया। जबकि एक दिन पूर्व सुबह में 44.95 जलस्तर रिकार्ड किया गया था। गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढोतरी से पटोरी, मोहनपुर, मोहिउद्दीननगर एवं विद्यापतिनगर प्रखंडों में एक बार फिर बाढ को लेकर लोग आशंकित होने लगे हैं।

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