एकाग्रचित होकर दें परीक्षा, नहीं करें जल्दबाजी

समस्तीपुर । अंतर स्नातक के तीनों संकाय विज्ञान, कला एअंतर स्नातक के तीनों संकाय विज्ञान, कला एवं वाणिज्य के छात्र-छात्राओं के लिए समान रूप से अंग्रेजी विषय महत्वपूर्ण है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 11:49 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 11:49 PM (IST)
एकाग्रचित होकर दें परीक्षा, नहीं करें जल्दबाजी
एकाग्रचित होकर दें परीक्षा, नहीं करें जल्दबाजी

समस्तीपुर । अंतर स्नातक के तीनों संकाय विज्ञान, कला एवं वाणिज्य के छात्र-छात्राओं के लिए समान रूप से अंग्रेजी विषय महत्वपूर्ण है। महज कुछ गलतियों के कारण छात्र अंग्रेजी पर अपनी मजबूत पकड़ नहीं बना पाते हैं, जबकि यह विषय अत्यंत सुलभ और अधिक अंक दिलाने वाला भी है। उक्त बातें साइंस गाइड लाइन सेंटर रोसड़ा के अंग्रेजी शिक्षक कुमार अजय ठाकुर ने कही। उन्होंने अंग्रेजी को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आज के दौर में कोई ऐसी प्रतियोगिता नहीं है जो बगैर अंग्रेजी के संभव हो। यह ऐच्छिक एवं अनिवार्य दोनों रूप में रखकर पढ़ा जा सकता है। ऐच्छिक के लिए 100 अंकों तथा अनिवार्य विषय के लिए 50 अंकों की परीक्षा देनी पड़ती है। दोनों ही पेपर का आधा हिस्सा वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का होता है। इसके लिए सामान्यत: पार्टस ऑफ स्पीच, ऑक्सिलरी भर्व, टेन्स, भ्वाइस, नेरेशन, आर्टिकल एवं प्रीपोजिशन का भी सामान्य ज्ञान रखा जाए तो वस्तुनिष्ठ, ग्रामर तथा सब्जेक्टिव सेक्शन दोनों में अच्छे अंक प्राप्त हो सकते हैं। कविता का टाइटल एवं कवि का नाम तथा इंट्राडक्शन याद रखना आवश्यक है। परीक्षा की तैयारी स्टोरी ऑफ इंग्लिश से तथा विगत परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों का निरंतर अभ्यास करें। उन्होंने स्पे¨लग एवं ग्रामर पर पूर्ण कमांड रखने की जरूरत बताते हुए कहा कि इसमें कमजोर रहने के कारण ही छात्रों को कम अंक प्राप्त होते हैं। इसके लिए लगातार पढ़ने-लिखने का प्रैक्टिस करना चाहिए तथा उसमें होने वाली अशुद्धियों को दूर कर गलतियों को कम किया जा सकता है। कविताओं की समरी तथा उपन्यास के केरेक्टरस का स्कैच को भी निश्चित रूप से याद रखें। अंग्रेजी विषय से दूर भागने की जरूरत नहीं है। केवल इसे अपनाने और समझने की जरूरत है। कम मेहनत में भी अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। प्रश्न को पहले समझें फिर लिखें उत्तर

परीक्षा हॉल में एकाग्रचित जरूरी है। प्रश्न-पत्र को पूर्णत: समझने के बाद ही उसका उत्तर लिखना चाहिए। जल्दबाजी में किया गया हल ही गलती का कारण बनता है। सर्वप्रथम वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर ध्यान देना चाहिए। मिलते जुलते उत्तर को देखकर और पूर्ण कंफर्म होकर ही उत्तर लिखना चाहिए। परीक्षा हॉल में तनाव नहीं रखना चाहिए। आत्मबल और पेसेंस की जरूरत है।

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