शिक्षा सेवकों को मिले डीएलएड की ट्रे¨नग
समस्तीपुर । बिहार राज्य संविदाकर्मी शिक्षा सेवक संघ के बिहार राज्य संविदाकर्मी शिक्षा सेवक संघ के आह्वान पर जिला शिक्षा सेवक संघ ने आठ सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को सरकारी बस पड़ाव पर धरना दिया।
समस्तीपुर । बिहार राज्य संविदाकर्मी शिक्षा सेवक संघ के आह्वान पर जिला शिक्षा सेवक संघ ने आठ सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को सरकारी बस पड़ाव पर धरना दिया। साथ ही विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान एक सभा हुई। वक्ताओं ने कहा कि 31 जनवरी तक मांग पूर्ण नहीं होने की स्थिति में 9 फरवरी को मुख्यमंत्री के समक्ष अनशन किया जाएगा। कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री ने मौखिक आश्वासन भी इसको लेकर दिया। लेकिन जन शिक्षा निदेशक विनोदानंद झा द्वारा असमर्थता जतायी गई। जबकि निजी विद्यालय के शिक्षकों को सरकार द्वारा डीएलएड की ट्रे¨नग दी गई। जबकि शिक्षा सेवक दस वर्षों से सरकार के अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत हैं। बाबजूद इसके उन्हें ट्रे¨नग से वंचित रखा गया है। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अनिल कुमार महतो ने की। संचालन महेश कुमार साफी ने किया। मौके पर कैलाश रजक, मनोज कुमार रजक, राजू रजक, ममता कुमारी, राजाराम महतो, लाल बाबू बैठा, अशोक मल्लिक, सुरेश बैठा, नरेश बैठा, संजय कुमार महतो, प्रदीप कुमार, रीना कुमारी, शोभा कुमारी, चंदेश्वर मांझी, अनिल कुमार रजक, विनोद कुमार आदि उपस्थित रहे। शिक्षा सेवकों की प्रमुख मांगें
- शिक्षा सेवकों को मिले डीएलएड की ट्रे¨नग देने।
- सैलरी फिक्सेशन कर कम से कम 24 हजार वेतन जनवरी 2018 से लागू करने।
- शिक्षा सेवकों का कार्यकाल 60 से बढ़ाकर 65 वर्ष करने।
- शिक्षा सेवकों को भी चौकीदार की भांति अनुकंपा का लाभ देने।
- राज्य में एक समान अनुपस्थिति नियम सर्कुलर लागू करने।
- केआरपीएसआरजी से मुक्त कर शैक्षिक वरीयता के आधार पर चयन करने।
- मृत शिक्षा सेवकों के परिजन को चार लाख रुपये अनुग्रह राशि अविलंब भुगतान करने।
- लंबित मानदेय का अविलंब भुगतान करने।