वर्षो से चल रहे दो पक्षों के विवाद को सुलझाया गया

पूसा प्रखंड की दिघरा पंचायत स्थित बिरौली गांव के गढि़या टोला में लंबे समय से दो पक्षों में चल रहे विवाद का निपटारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं थानाध्यक्ष ने मिलकर किया। घंटों तक चली बैठक के बाद इस विवाद को सुलझाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 12:44 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 06:18 AM (IST)
वर्षो से चल रहे दो पक्षों के विवाद को सुलझाया गया
वर्षो से चल रहे दो पक्षों के विवाद को सुलझाया गया

समस्तीपुर । पूसा प्रखंड की दिघरा पंचायत स्थित बिरौली गांव के गढि़या टोला में लंबे समय से दो पक्षों में चल रहे विवाद का निपटारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं थानाध्यक्ष ने मिलकर किया। घंटों तक चली बैठक के बाद इस विवाद को सुलझाया गया। बताया जाता है कि पिछले बीस सालों से दोनों पक्षों के बीच अक्सर झगड़ा होते रहता था। ईद जैसे त्योहार में भी दोनों पक्ष एक दूसरे को बधाई तक नहीं देते थे। हालांकि विवाद की कोई खास वजह नहीं थी। लेकिन, यह गांव के साथ-साथ आसपास के लोगों के लिए भी सिरदर्द बना हुआ था। दोनों पक्षों में हमेशा विवाद एवं मारपीट होने के कारण प्रशासन भी परेशान रहता रहता था। बताया जाता है कि कोरोना महामारी के दौर में भी दोनों गुटों में पिछले सप्ताह जमकर मारपीट हुई थी, जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। सबसे बडी बात यह है कि दोनों पक्षों के अधिकांश लोगों के बाहर रहने के कारण इसका निवटारा नहीं हो पाता था। कोविड-19 के कारण दोनों पक्षों के अधिकांश लोग घर पर ही थे। जो बाहर रहते थे, वह भी अपने घर आ गए थे। इसको देखते हुए स्थानीय लोगों, जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने इस विवाद को समाप्त कराने की पहल की। स्थानीय मुखिया सुनील कुमार सुमन, सरपंच अमोद कुमार शर्मा, स्थानीय थानाध्यक्ष कामेश्वर शर्मा, दिलीप कुमार सहित समाज के प्रबुद्ध लोगों ने बैठकर दोनों पक्षों को एक साथ बैठाया। बैठक के बाद दोनों पक्षों से एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी करवाया। वही दोनों पक्षों के लोगों को वर्षों बाद गले मिलवाया गया। मौके पर दोनों पक्ष मोहम्मद आजाद, फूल मोहम्मद, मोहम्मद गुलाब, मोहम्मद खालिक, मोहम्मद करीम सहित अन्य लोग उपस्थित थे। दोनों पक्षों में हुए समझौता से क्षेत्र के लोग खुश हैं। वहीं आसपास इसको लेकर खूब चर्चा भी हो रही है।

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