बाजार को केंद्रित कर व्यवसाय करने की जरूरत
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के विद्यापति सभागार में शुक्रवार को सूक्ष्म लघु एवं मध्यम विकास संस्थान मुजफ्फरपुर द्वारा एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम हुआ।
समस्तीपुर। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के विद्यापति सभागार में शुक्रवार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम विकास संस्थान मुजफ्फरपुर द्वारा एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम हुआ। इनक्यूबेटर के माध्यम से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की उद्यमशीलता एवं प्रबंधकीय विकास पर आधारित इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय के एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं ने इसमें हिस्सा लिया। छात्र-छात्राओं को प्रसिद्ध उद्योगपतियों के द्वारा एग्रीबिजनेस के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए विश्वविद्यालय के कृषि अधिष्ठाता डॉ. केएम सिंह ने कहा कि व्यवसाय प्रारंभ करने से पूर्व बाजार को केंद्र बनाना चाहिए। बाजार की मांग के अनुसार ही व्यवसाय का चयन करना होता है। तभी, वह व्यवसाय लाभकारी होता है। किसी भी व्यवसाय को प्रारंभ करने से पूर्व उसके लाभ-हानि के सभी बिदुओं पर चितन-मंथन करना आवश्यक है। आज के युवा नौकरी की तलाश में भटकते रहते हैं, क्योंकि उनकी सोच है कि हम सुरक्षित रहें। उद्यम करना नहीं चाहते। लेकिन, समय में बदलाव आया है। अब बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए नौकरी संभव नहीं। इसलिए, युवाओं को व्यवसाय में आना मजबूरी भी है। उन्होंने कहा कि कृषि में भी व्यवसाय के बहुत सारे आयाम हैं। बिहार सहित किसी भी राज्य में व्यवसाय के बहुत सारे आयाम हैं, उसे चिह्नित करके ही प्रारंभ करें। मौके पर मौजूद सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम विकास संस्थान मुजफ्फरपुर के कार्यकारी निदेशक निखिल सूत्रधार ने प्रशिक्षण की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से आपके मन में जो भी बात आ रही, उसे मंच पर लाएं। उस पर चितन-मंथन करने का यह सुनहरा अवसर है। इसी को लेकर यह संस्था ऐसे प्रशिक्षण का आयोजन करती है, जिससे युवाओं में व्यवसाय के प्रति सोच विकसित हो सके। मौके पर विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. मिथिलेश कुमार, छात्र कल्याण निदेशक डॉ. एके मिश्रा, डॉ. आरसी राय, राजीव कुमार एवं ट्रेनर के रूप में रेड ब्रिक ग्रुप के फाउंडर अंजेश शांडिल्य, वर्क स्टूडियो को वर्किंग के फाउंडर आलोक कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे। मंच संचालन अभिषेक चंद्रा ने किया।