पप्पू यादव की रिहाई व रुढ़ी की गिरफ्तारी की उठी मांग
जन अधिकारी पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर उनके समर्थक और कार्यकर्ता जमकर विरोध जता रहे हैं। जाप जिलाध्यक्ष मनीष यादव ने गिरफ्तारी की पुरजोर निदा करते हुए कहा कि यह सरकार जनविरोधी है।
समस्तीपुर । जन अधिकारी पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर उनके समर्थक और कार्यकर्ता जमकर विरोध जता रहे हैं। जाप जिलाध्यक्ष मनीष यादव ने गिरफ्तारी की पुरजोर निदा करते हुए कहा कि यह सरकार जनविरोधी है। बिहार में इस समय हिटलरशाही चल रही है। ऐसा लग रहा है कि राज्य में लोकतंत्र खत्म हो गया है। कोरोना वायरस से भी निपटने से सरकार पूरी तरह विफल है। कोरोना काल में जहां एक और एंबुलेंस व ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीज तड़प-तड़प कर अपना दम तोड़ रहे हैं, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी अपने आवास पर सांसद निधि कोष से खरीदी गई एंबुलेंस को आम जनता से छुपाकर पर्दे से ढक कर रखते हैं। सांसद को आम जनता से छिपाकर और ढककर रखने की क्या जरूरत पड़ी। यह मामला जाप प्रमुख पप्पू यादव ने सामने लाया तो उन लचर स्वास्थ्य व्यवस्था व भाजपा नेता के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई। अलोकतांत्रिकता की पराकाष्ठा पार करते हुए पप्पू यादव पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया। पप्पू यादव जब पूरे बिहार वासियों के हक की आवाज उठाते हैं, तो नीतीश सरकार व भाजपा के इशारे पर उन्हें झूठे केस में फंसाया जाता है। सरकार ने दमनकारी नीति के कारण गिरफ्तार करवा दिया है। फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग
सरकार की कमियों को उजागर करने और आमजन की मदद करने की वजह से पप्पू यादव को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पप्पू यादव ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों का साथ दिया है। वो लगातार लोगों की मदद कर रहे थे। इस दौरान जब वो लोगों से मिल रहे हैं तो उनके खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद के द्वारा 39 एंबुलेंस रखे जाने पर महामारी एक्ट के तहत गिरफ्तारी की जाए। साथ ही अविलंब पप्पू यादव पर हुए मुकदमा को वापस लेते हुए रिहा किया जाए।